हार्मोन केमिकल मैसेजर्स होते हैं, जो सेल्स और ऑर्गन फंक्शन को प्रभावित करते हैं. जब ब्लडस्ट्रीम में जरूरत से कम या ज्यादा हार्मोन होते हैं, तो इस स्थिति को हार्मोनल असंतुलन कहते हैं. महिलाओं में हार्मोंस का असंतुलित होना सामान्य माना गया है. पीरियड से पहले, गर्भावस्था या मेनोपॉज के दौरान हार्मोंस में बदलाव होना आम है, लेकिन कई बार कुछ दवाओं और बीमारियों के कारण या गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हार्मोंस में उतार-चढ़ाव हो सकता है. महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए बर्थ कंट्रोल या हार्मोनल दवाएं दी जा सकती हैं.
आज इस लेख में आप महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण व उसे ठीक करने के उपायों के बारे में जानेंगे -
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