हृदय रोग कई प्रकार के होते हैं, जिसमें हार्ट अटैक भी शामिल है. हार्ट अटैक एक गंभीर रोग होता है, इस स्थिति में व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है. हार्ट अटैक आने पर व्यक्ति को 2 दिन से लेकर एक सप्ताह तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है. आजकल अधिकतर लोगों को हार्ट अटैक का सामना करना पड़ रहा है. पहले हार्ट अटैक अधिक उम्र के ही लोगों में देखने को मिलते हैं, लेकिन अब 30 से 40 वर्ष के लोग भी हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. हार्ट अटैक आने पर उचित इलाज की जरूरत होती है. साथ ही इलाज के बाद भी कुछ बातों पर ध्यान देने की जरूरत है.

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आज इस लेख में आप जानेंगे कि हार्ट अटैक के बाद क्या करना चाहिए और क्या नहीं -

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  1. हार्ट अटैक के बाद क्या करें?
  2. हार्ट अटैक के बाद क्या न करें?
  3. सारांश
हार्ट अटैक के बाद क्या करें और क्या नहीं के डॉक्टर

हार्ट अटैक एक मेडिकल कंडीशन होती है. यह व्यक्ति के पूरे जीवन को प्रभावित कर सकती है. कई मामलों में हार्ट अटैक जानलेवा हो सकता है, लेकिन एक बार हार्ट अटैक आने के बाद अगर आप ठीक हो जाते हैं, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव जरूर करें. जीवनशैली में बदलाव करके आप भविष्य में आने वाले हार्ट अटैक से बच सकते हैं -

समय पर दवा लें

हार्ट अटैक आने के बाद सबसे जरूरी समय-समय पर दवाइयां लेना होता है. हार्ट अटैक के बाद जो भी दवाई डॉक्टर देते हैं, आपको उसे तय समय पर जरूर लेना चाहिए. दिल का दौरा पड़ने के बाद डॉक्टर आपके लिए बीटा-ब्लॉकर्स, स्टैटिन या एस्पिरिन जैसी दवाइयां लिख सकते हैं. अगर आपको दवाई खाने का समय याद नहीं रहता है, तो आप अपने स्मार्टफोन पर रिमाइंडर सेट कर सकते हैं.

(और पढ़ें - हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक दवा)

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रेगुलर एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. अपने हार्ट को हेल्दी बनाए रखने के लिए भी एक्सरसाइज कर सकते हैं. हार्ट अटैक के बाद आपको अपनी जीवनशैली में एक्सरसाइज को जरूर शामिल करना चाहिए. रोजाना 30-35 मिनट की एक्सरसाइज करके आपका हार्ट बिल्कुल हेल्दी रह सकता है. रेगुलर एक्सरसाइज करने से आप भविष्य में भी हार्ट अटैक से बच सकते हैं, क्योंकि एक्सरसाइज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट मजबूत बनता है. आप चाहें, तो फिजिकली एक्टिव रहने के लिए वॉकिंगसाइकिलिंगजॉगिंग व रनिंग आदि भी कर सकते हैं.

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ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण

हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों ही हृदय से जुड़े हुए रोग हैं. जिस व्यक्ति का ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होता है, उसमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है, क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए, अगर किसी को एक बार हार्ट अटैक आ गया है, तो उसे अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखना चाहिए. इससे आप दोबारा आने वाले हार्ट अटैक से अपना बचाव कर सकते हैं.

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डायबिटीज को कंट्रोल करें

डायबिटीज भी हृदय को प्रभावित कर सकता है. इसलिए, अगर किसी को डायबिटीज है, तो हार्ट अटैक के बाद आपको अपने ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखना जरूरी होता है, क्योंकि अगर ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में नहीं रहेगा, तो दोबारा से दिल का दौरा पड़ सकता है.

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वजन कम करें

अधिक वजन हृदय रोग का एक मुख्य कारण हो सकता है. रिसर्च के अनुसार मोटे लोगों को हार्ट अटैक आने का जोखिम अधिक रहता है. इसलिए, अगर किसी को एक बार हार्ट अटैक आता है, तो वजन कंट्रोल में रखने की जरूरत होती है. हार्ट अटैक के बाद हेल्दी वेट लॉस डाइट को फॉलो कर सकते हैं.

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हेल्दी डाइट लें

वैसे तो हमेशा ही हेल्दी डाइट लेना चाहिए, लेकिन हार्ट अटैक के बाद हेल्दी डाइट लेना अधिक जरूरी हो जाता है. हेल्दी डाइट लेने से आप हृदय रोगों से अपना बचाव कर सकते हैं. हार्ट अटैक के बाद डाइट में हेल्दी फैट्स को शामिल करना चाहिए. इसके लिए फलसब्जियोंसाबुत अनाज व ऑलिव ऑयल को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. साथ ही फिशफाइबरपोटैशियम और रेड मीट को शामिल करें. वहीं, सोडियमडेयरी प्रोडक्ट्स और शुगर का सेवन कम मात्रा में ही करें.

(और पढ़ें - हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर में अंतर)

हार्ट अटैक के बाद व्यक्ति को एक हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना जरूरी होता है. इसके लिए आपको कुछ चीजों को करना जरूरी होता है, तो कुछ चीजों से परहेज करना जरूरी होता है. हार्ट अटैक के बाद इन चीजों को करने से बचें -

धूम्रपान न करें

वैसे तो धूम्रपान का सेवन कभी नहीं करना चाहिए, लेकिन अगर किसी को कोई हृदय रोग है या एक बार हार्ट अटैक आ चुका है, तो धूम्रपान से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए. हार्ट अटैक के बाद धूम्रपान का सेवन बिल्कुल न करें. हार्ट अटैक के बाद तंबाकू व शराब आदि चीजों का सेवन करने से भी बचना चाहिए. धूम्रपान हृदय रोगों को ट्रिगर कर सकता है और बार-बार हार्ट अटैक पड़ने का कारण बन सकता है. अध्ययनों में भी साबित हो चुका है कि धूम्रपान करने वाले लोगों को हार्ट अटैक का जोखिम अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है. 

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सेक्स न करें

वैसे तो हार्ट अटैक के बाद यौन संबंध बनाना सामान्य होता है, लेकिन हार्ट अटैक के तुरंत बाद सेक्स करने से बचना चाहिए. आप हार्ट अटैक के कुछ सप्ताह बाद यौन संबंध बनाना शुरू कर सकते हैं या फिर सेक्स करने से पहले डॉक्टर की राय ले सकते हैं. 

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तनाव न लें

तनाव हार्ट अटैक का मुख्य कारण हो सकता है. इसलिए, अगर किसी को एक बार हार्ट अटैक आ चुका है, तो उसे बिल्कुल भी तनाव या चिंता में नहीं रहना चाहिए. तनाव हार्ट अटैक और हृदय रोगों को ट्रिगर कर सकता है. इसलिए, अगर एक बार हार्ट अटैक आ चुका है, तो स्ट्रेस फ्री रहने की कोशिश करनी चाहिए. इसके लिए एक्सरसाइज व योग कर सकते हैं.

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आजकल कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक आम हो गया है. हार्ट अटैक के बाद कई लोगों की जान चली जाती है, तो कुछ लोग ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन इन लोगों में भविष्य में हार्ट अटैक पड़ने का जोखिम बना रहता है. अगर किसी को भी कभी हार्ट अटैक आता है, तो भविष्य में दिल का दौरा पड़ने से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं. इसके लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट लें और धूम्रपान से परहेज करें. साथ ही अपनी दवाइयों को समय-समय पर जरूर लें.

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