पहले के दौर में हार्ट अटैक की समस्या से ज्यादातर बुजुर्ग या अधिक उम्र के लोगों का सामना होता था. लेकिन अब गलत जीवनशैली के कारण या खानपान से जुड़ी गलत आदतों के कारण कम उम्र के लोग भी हार्ट अटैक की समस्या का शिकार हो रहे हैं. बता दें कि जिन लोगों की उम्र 45 से कम होती है उनमें दिल के दौरे का जोखिम कम होता है. वहीं आंकड़ों के अनुसार, कुल 4% से 10% तक लोग (45 उम्र से कम वाले) ही इस समस्या का शिकार होते हैं.
युवावस्था में हार्ट अटैक के लक्षण
युवावस्था में दिल का दौरा पड़ने के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं -
- छाती या बाहों में जकड़न महसूस होना या दर्द का अनुभव होना (और पढ़ें - छाती में दर्द)
- कोल्ड स्वेट आना (गर्मी न लगने पर भी पसीना आना)
- थकान या सुस्ती महसूस करना
- सांस लेने में परेशानी होना
- पेट दर्द होना
- मतली या अपच होना
- चक्कर आना
ध्यान रहे कि दिल का दौरा पड़ने पर लोगों को अलग-अलग लक्षण नजर आ सकते हैं. कुछ लोगों को छाती में हल्का दर्द महसूस हो सकता है. वहीं कुछ लोग तेज दर्द का अनुभव कर सकते हैं। कुछ लोगों को दिल का दौरा अचानक से पड़ता है तो वहीं कुछ लोगों को लक्षण काफी घंटे पहले से नजर आने शुरू हो जाते हैं। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है। छाती में भारीपन या दर्द केवल हार्ट अटैक के ही लक्षण नहीं होते हैं। कभी-कभी इसके पीछे कोई और कारण भी हो सकता है।
(और पढ़ें - हार्ट अटैक आने पर क्या करना चाहिए)
कम उम्र में हार्ट अटैक के कारण
बता दें कि थोड़ी सी लापरवाही और गलत आदतों के चलते कम उम्र में ही लोग हार्ट अटैक की समस्या का शिकार हो सकते हैं. कारण निम्न प्रकार हैं -
- धूम्रपान करना
- अत्यधिक शराब का सेवन (और पढ़ें - शराब पीने के नुकसान)
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल
- डायबिटीज की समस्या होना
- डाइट में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होना
- दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों की कमी होना
- मोटापा (हालांकि मोटापे को हार्ट अटैक का मुख्य कारण नहीं मान सकते)
(और पढ़ें - हार्ट अटैक के बाद क्या खाना चाहिए)
कम उम्र में हार्ट अटैक से जुड़ीं मुख्य बातें
हार्ट अटैक से जुड़ीं इन बातों को ध्यान में रखना ज़रूरी है -
- यदि 20 या 30 की उम्र में किसी युवा को एक बार हार्ट अटैक हो गया है तो आगे चलकर उसे हृदय से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे लोगों को उतना ही खतरा होता है, जितना ज्यादा उम्र वाले लोगों को दिल के दौरे का खतरा होता है.
- उन लोगों को दिल का दौरा पड़ने की ज्यादा संभावना होती है, जिन्हें शुगर की समस्या, हाई बीपी की समस्या, हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या आदि हो या उनके परिवार में किसी को पहले दिल का दौरा पड़ा हो. इसके अलावा जो लोग अधिक धूम्रपान करते हैं या अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं उन्हें भी दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ सकती है.
- कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अल्कोहल का सेवन तो कम करते हैं लेकिन कुछ ड्रग्स जैसे कोकीन (cocaine) या गांजा (marijuana) आदि का सेवन ज्यादा करते हैं, उन्हें भी हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है।
- युवा दिल का दौरा अच्छी जीवनशैली और अच्छी डाइट के माध्यम से कम कर सकते हैं।
- एक शोध में यह पाया गया कि जिन लोगों को 50 वर्ष से पहले दिल का दौरा पड़ा है उन 5 रोगियों में से 1 रोगी को मधुमेह था। ऐसे में मधुमेह के रोगियों को बार बार दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत होने की संभावना भी बढ़ सकती है।
- मधुमेह की कुछ दवाइयां दिल के दौरे के जोखिम को कम कर सकती हैं।