जब सिर दर्द होता है तो आप अपने अन्य कामों में ध्यान नहीं लगा पाते एवं सिर में काफी दर्द एवं भारीपन महसूस करते हैं। आप उस समय सोचते हैं कि कैसे भी सिर दर्द जल्द से जल्द दूर हो जाए। सिर दर्द की वजह से आँखों, गर्दन, कंधों और कमर पर दबाव और खिंचाव भी पड़ता है। जो आपके स्वास्थ के लिए सही नहीं है। 

सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप झट से दवाई खा लेते हैं और ये दवाइयां आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती हैं। तो आज से सिर दर्द के लिए दवा खाना बंद करें और योग करना शुरू कर दें। योग न सिर्फ आपके सिर दर्द को दूर करेगा बल्कि आपको स्वस्थ भी रखेगा। 

(और पढ़ें - गर्भवस्था में सिरदर्द के कारण)

तो, आइये फिर आपको बताते हैं योग करने के कुछ आसान जो सिर दर्द में बेहद लाभदायक हैं, लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं योग सिर दर्द के लिए कैसे फायदेमंद है –

(और पढ़ें - योग के प्रकार)

  1. सिर दर्द के लिए योग कैसे फायदेमंद है? - Yoga sir dard ke liye kaise faydemand hai
  2. सारांश

सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए योग अभ्यास बेहद अच्छा विकल्प माना जाता है। योग इतना प्रभावी होता है कि इसकी मदद से आपको सिर दर्द से जल्द से जल्द राहत मिलती है। योग दिमाग को शांत करता है और रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है। सिर दर्द के लिए ये बहुत ही बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। जब सिर दर्द कंधे, गर्दन और कमर में खिंचाव की वजह से होता है, तो योग इन अंगों को स्ट्रेच करता है और ब्लॉक्स को खोलता है। इसके साथ ही योग रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और सिर तक ऑक्सीजन को अच्छे से पहुंचाता है।

(और पढ़ें - कंधे के दर्द का इलाज)

योग से आपके शरीर को शांति मिलती है, जो कि चिंताओं और तनाव की वजह से अशांत हो जाता है। जब एक बार आपके शरीर को आराम पहुंचेगा तो आपका सिर दर्द भी आराम से गायब हो जाएगा। योग सुनिश्चित करता है कि आपके मस्तिष्क तक रक्त और ऑक्सीजन का परिसंचरण पर्याप्त मात्रा में होता रहे। योग से रक्त का प्रवाह मस्तिष्क की ओर होता है और यह आपके शरीर के लिए बेहद उपयोगी है।

(और पढ़ें - सिर दर्द के घरेलू उपाय)

सिरदर्द के लिए पादंगुष्ठासन योगासन के फायदे - Sir dard ke liye padangusthasana yogasan

पादंगुष्ठासन बहुत ही सामान्य योग आसन है। इसमें आपको आगे की तरफ झुकना होता है, जिसमें आप अपने हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ेंगे। जब आप आगे की तरफ झुकेंगे, तो रक्त आपके सिर तक अच्छे से पहुंचेगा, जिससे परिसंचरण और ऑक्सीजन के प्रवाह में कमी नहीं आएगी। इस प्रकार आपका सिर दर्द जल्दी ठीक हो जाएगा।

(और पढ़ें - माइग्रेन के घरेलू उपाय)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 30 सेकेंड

कैसे करें पादंगुष्ठासन –

  1. इस आसन को शुरू करने से पहले, आपको सबसे पहले सीधा खड़ा होना है और दोनों पैरों को एक दूसरे के बराबर रखना है। आपके पैर कम से कम 6 इंच एक दूसरे से दूर रहने चाहिए और पैर एकदम सीधे रहे।
  2. अब थोड़ा झुकें, कोशिश करें की आपका माथा घुटनों को छुएं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका धड़ और सिर दोनों एक साथ कार्य करें।
  3. अब अपने पैरों के अंगूठों को हाथों की उँगलियों से पकड़ लें। 
  4. अब सांस लें और धड़ को ऐसी ही अवस्था में रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके घुटने एकदम सीधे रहने चाहिए।
  5. अब सांस छोड़ें। इसी तरह इस प्रक्रिया को कई बार करने की कोशिश करें। फिर सीधा खड़े हो जाएं।

(और पढ़ें - पादंगुष्ठासन करने के फायदे)

सावधानी -

यह योग की एक सामान्य अवस्था है, जिसे कोई भी कर सकता है। लेकिन, यह सुनिश्चित करें कि आप इसका अभ्यास किसी ट्रेनर के अंतर्गत ही करें। इसके साथ ही अगर आपको गर्दन में दर्द की समस्या है या कमर में चोट लगी है तो इस आसन को न करें।

सिर दर्द के लिए अर्धपिंच मयूरासन के फायदे - Sir dard ke liye ardha pincha mayurasana kare

अर्धपिंच मयूरासन थोड़ा बहुत अधो मुख श्वासन से मिलता जुलता आसन है (सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप इस आसन को भी कर सकते हैं), इसमें पूरे शरीर का वजन हथेलियों पर रखने की बजाए, कोहनी पर रखा जाता है। ये आसन आपकी गर्दन और कमर को एक अच्छा स्ट्रेच देता है और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है।

(और पढ़ें - सिर दर्द के लिए एक्यूप्रेशर अंक)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 30 से 60 सेकेंड

कैसे करें अर्धपिंच मयूरासन –

  1. सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं।
  2. अब अपने हाथों को ज़मीन पर रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके हाथ और कंधे एक बराबर सीध में होने चाहिए।
  3. अब अपनी कमर और कूल्हों को ऊपर की तरफ उठायें और पैरों को एकदम सीधा रखें। जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है।
  4. फिर अपने सिर को हाथों के बीच में रखें।
  5. कुछ सेकेंड के लिए इस अवस्था को बनाएं रखें और गहरी साँस लेते रहें। 

सावधानी –

अगर आपको गर्दन या कंधे पर चोट लगी है तो इस आसन को न करें। जब आप इस आसन का अभ्यास कर रहे हो, तो इस आसन में आप घुटनों को मोड़ सकते हैं।

(और पढ़ें - गर्दन के अकड़न का इलाज)

सिर दर्द के लिए प्रसारित पादोत्तासन के फायदे - Sir dard ke liye prasarita padottanasana kare

ये आसन भी आगे की तरफ झुकने वाला आसन है। थोड़ा बहुत पादंगुष्ठासन की तरह या फिर उत्तानासन की तरह (ये भी सिर दर्द को ठीक करने में मदद करता है)। इस आसन का पोज़ आपके पेट के क्षेत्र को मोड़ देता है, जिससे आपकी कमर, गर्दन, कंधे और सिर तक रक्त का प्रवाह अच्छे से होता है। इससे आपको सिर दर्द से बहुत जल्द राहत मिलती है। 

(और पढ़ें - प्रसारित पादोत्तासन करने के फायदे)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 30 से 60 सेकेंड 

कैसे करें प्रसारित पादोत्तासन –

  1. इस आसन को शुरू करने से पहले, सबसे पहले ताड़ासन में खड़े हो जाएं।
  2. अब सांस लें और पैरों को तीन से चार फ़ीट खोल लें। अब हाथों को कमर पर रखें और ध्यान रखें आपके दोनों पैरों की एड़ियां समान होनी चाहिए। 
  3. अब धीरे-धीरे नीचे की तरफ धड़ को झुकाएं।
  4. फिर सांस छोड़ें और धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर की तरफ ले जाएं।
  5. अब हाथों को ज़मीन पर रख लें और कूल्हों को क्षमता अनुसार और ऊपर कर लें।
  6. अब हाथों को कूल्हों पर लेकर जाएं और धीरे-धीरे धड़ को सीधा कर लें और फिर ताड़ासन की अवस्था में आ जाएं।

सावधानी –

अगर आपको कमर में दर्द या कोई चोट लगी है तो इस आसन को बिल्कुल भी न करें। साथ ही अगर आपको साइनस की समस्या है तब भी इस आसान को न करें।

(और पढ़ें - साइनस का घरेलू उपाय)

सिर दर्द के लिए सुप्त वीरासन के फायदे - Sir dard ko supta virasana se door kare

जब सिर दर्द तनाव से संबंधित होता है तो आप कमर और कंधों को स्ट्रेच करें, जिससे तनाव एकदम कम हो जाता है। ये आसन आपको तनाव से मुक्त करता है और तनाव मुक्त होने से आपका सिर दर्द भी गायब हो जाता है।

(और पढ़ें - तनाव दूर करने के आसान उपाय)

स्तर - माध्यम

कितने समय तक करें - 30 से 60 सेकेंड

कैसे करें सुप्त वीरासन –

  1. सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं। 
  2. अब धड़ को पीछे की तरफ लेटाते हुए लेट जाएं। लेकिन पूरा न लेटे, कमर को थोड़ा उठा हुआ रखें। (चित्र के अनुसार)
  3. हाथों को या तो अपने साइड में रख सकते हैं या फिर पीछे की और ले जा सकते हैं।
  4. धीरे-धीरे सांस लेते रहें और फिर कुछ देर बाद पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं।

सावधानी –

अगर आपको कमर, टखनों या घुटनों की समस्या है तो यह आसन न करें। अच्छा होगा अगर आप इस आसन को ट्रेनर की मदद से करें।

(और पढ़ें - वीरासन करने के फायदे)

सिर दर्द के लिए विपरीत करनी के फायदे - Sir dard ko viparita karani se theek kare

यह आसन थोड़ा कठिन लगेगा, लेकिन ये उतना ही फायदेमंद भी है। इस आसन से आपके पूरे शरीर और दिमाग को आराम पहुँचता है। बस आपको इस आसन में दीवार की जरूरत पड़ेगी। इस प्रकार आपका सिर दर्द झट से चला जाएगा।

(और पढ़ें - माइग्रेन के लिए योग)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 5 से 15 मिनट

कैसे करें विपरीत करनी –

  1. सबसे पहले सांस छोड़ें और दीवार की तरफ पैर करके लेट जाएं। 
  2. पैरों को दीवार पर लगाएं और तलवों को ऊपर की तरफ रखें।
  3. इस बात का ध्यान रखें कि आपके कुल्हें दीवार से थोड़ा अलग रहने चाहिए।
  4. अपनी कमर और कूल्हों को जमीन पर आराम से रखें।
  5. अब अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ बढ़ाएं। आप अपने कूल्हों को हाथों की मदद से भी उठा सकते हैं।
  6. इस अवस्था को पांच मिनट तक बनाये रखें। फिर पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं।

(और पढ़ें - विपरीत करनी करने के फायदे)

सावधानी –

  1. इस आसन को पीरियड्स के दौरान न करें। (और पढ़ें - पीरियड्स के दर्द के उपाय)
  2. अगर आपको ग्लूकोमा की समस्या है तो इस आसन को न करें।
  3. अगर आपको कमर या गर्दन की समस्या है तो इस आसन को बिल्कुल भी न करें।

(और पढ़ें - कमर दर्द के उपाय)

सिर दर्द के लिए पश्चिमोत्तानासन के फायदे - Sir dard ke liye paschimottanasana hai behad prabhavi

पश्चिमोत्तानासन बहुत ही बेहतरीन आसन माना जाता है। यह आसन सिर दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह आसन मस्तिष्क को शांत रखता है और व्यक्ति को तनाव से मुक्त करता है। अब जब भी आपको सिर दर्द हो तो इस आसन को जरूर अपनाएं।

(और पढ़ें - माइग्रेन का इलाज)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 30 से 60 सेकेंड

कैसे करें पश्चिमोत्तानासन –

  1. सबसे पहले पैरों को सामने की तरफ सीधा करके बैठ जाएं। 
  2. अब सांस लें और हाथों को ऊपर की तरफ लेकर जाएं।
  3. फिर सांस छोड़ें और आगे की तरफ झुकें।
  4. अब हाथों से पैरों की उँगलियों को पकड़ें और एक खिंचाव महसूस करें।
  5. फिर इस अवस्था को कुछ मिनट तक ऐसे ही बनाकर रखें और फिर पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं।

(और पढ़ें - पश्चिमोत्तानासन करने के फायदे)

सावधानी –

  1. अगर आपको अस्थमा या डायरिया है तो इस आसन को न करें।
  2. अगर आपको कमर पर चोट लगी है तो आप इस आसन को किसी ट्रेनर के देखरेख में ही करें। 
  3. गर्भवती महिलायें इस आसन को न करें।

(और पढ़ें - महिलाएं गर्भवती कैसे होती है)

सिर दर्द के लिए आनंद बालासन के फायदे - Sir dard me ananda balasana kare

अगर कमर दर्द की वजह से आपको सिर दर्द हो रहा है, तो आप लेट जाएं और आराम करें। यह आसान आपके शरीर और दिमाग को आराम देने में मदद करेगा।

(और पढ़ें - कमर दर्द के लिए योगासन)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 30 सेकेंड

कैसे करें आनंद बालासन –

  1. सबसे पहले सीधा लेट जाएं।
  2. फिर पैरों को ऊपर की तरफ सीधा उठायें और उन्हें फिर छाती की तरफ लेकर आएं।
  3. अब पैरों को खोल लें जिससे आपको हाथों से पैरों की उँगलियों को पकड़ने में आसानी हो।
  4. फिर पैरों की उँगलियों को हाथों से पकड़ लें।
  5. इस अवस्था को इसी प्रकार कुछ मिनट तक ऐसी ही बनाये रखें और फिर पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं।

(और पढ़ें - बालासन करने के फायदे)

सावधानी –

  1. अगर आप गर्दन की चोट से परेशानी हैं, तो इस आसन के दौरान आप सिर के नीचे पतला कंबल लगा सकते हैं।
  2. इस बात का भी ध्यान रखें कि आपकी कमर इस आसन के दौरान एकदम सीधी रहनी चाहिए, जिससे आपको किसी भी तरह से चोट न लगे।
  3. पीरियड्स के दौरान एवं गर्भवती महिलायें इस आसन को न करें। (और पढ़ें - गर्भवती महिला का भोजन)
  4. जो लोग हाई ब्लड प्रेशर या घुटने की चोट से परेशान हैं, वो भी इस आसन को न करें।

(और पढ़ें - घुटने के दर्द के उपाय)

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सिर दर्द के लिए शवासन के फायदे - Sir dard ko theek karne ke liye savasana hai labhkari

शवासन पूरी तरह से आराम देने वाला बेहतरीन आसन है, जो आपके शरीर को जल्दी आराम देने में मदद करता है। शवासन बहुत ही अच्छा विकल्प माना जाता है, फिर चाहे वो तनाव हो, दर्द हो या कोई अन्य समस्या हो। अगली बार आपको जब भी सिर दर्द हो इस आसन को जरूर अपनाएं।

(और पढ़ें - तनाव दूर करने के लिए योग)

स्तर - सामान्य

कितने समय तक करें - 10 से 12 मिनट

कैसे करें शवासन –

  1. सबसे पहले सीधा लेट जाएं। लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि आपके आसपास किसी भी तरह की अशांति न हो। इसके आलावा कोई भी तकिये का इस्तेमाल न करें। इस आसन को कठोर फर्श पर ही करें।
  2. अब अपनी आँखों को बंद कर लें।
  3. अपने पैरों को आराम दें और पैरों की उँगलियों को ऊपर की तरफ रखें।
  4. फिर अपने हाथों को साइड में रखें और हथेलियों को ऊपर की तरफ रखें।
  5. फिर सांस धीरे-धीरे लें व छोड़ें और आंख बंद करने के बाद अपने शरीर के हर हिस्से पर ध्यान लगाएं। शुरुआत पैरों से करें।
  6. धीरे-धीरे सिर पर ध्यान लगाने की प्रक्रिया को खत्म करें।
  7. जब आपकी बॉडी एकदम आराम महसूस करने लगे तो आँखों को बंद ही रखें और कुछ देर तक आराम करें।

(और पढ़ें - शवासन करने के फायदे)

सिर दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो विभिन्न कारणों से हो सकता है। इसके मुख्य प्रकारों में तनाव सिरदर्द, माइग्रेन, और साइनस सिरदर्द शामिल हैं। तनाव सिरदर्द आमतौर पर सिर और गर्दन के मांसपेशियों में तनाव के कारण होता है, जबकि माइग्रेन अक्सर न्यूरोलॉजिकल और हार्मोनल बदलावों से जुड़ा होता है। साइनस सिरदर्द साइनस संक्रमण या एलर्जी के कारण होता है। सिर दर्द से राहत पाने के लिए आराम, पर्याप्त पानी पीना, और दर्द निवारक दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। कुछ मामलों में, जीवनशैली में बदलाव, जैसे नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, और तनाव प्रबंधन तकनीकें, सिर दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। यदि सिर दर्द बार-बार होता है या गंभीर होता है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है, ताकि उचित निदान और उपचार किया जा सके।

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