प्लान्टर फेशियाइटिस (एडी का दर्द) यह आर्च पेन (पैर के निचले तले में होने वाला दर्द) का बहुत ही आम कारण है। प्लान्टर फेशियाइटिस एड़ी और आर्च दोनों को प्रभावित करता है। इसका इलाज शरीर के हर हिस्से के लिए एक जैसा ही होता है।
अगर आप अपने पैर के दर्द को ठीक करना चाहते हैं तो इन तरीकों को इस्तेमाल करें :
यदि आपको अभी भी दर्द है, तो आप डॉक्टर से दवा ले सकते हैं।
कई मामलों में, घरेलू उपचार से पैर के दर्द को ठीक करने में मदद मिलती है। आप आराम करें और जितना संभव हो अपने दर्द वाले पैर का प्रयोग न करें। आप एक बार में बीस मिनट के लिए प्रभावित हिस्से की बर्फ से सिकाई कर सकते हैं, लेकिन ज्यादा न करें। जब आपको चलना हो तब आप सपोर्टिव शू (अच्छी तरह से फिटिंग वाले जूते पहनें) पहन सकते हैं लेकिन यह ज्यादा टाइट न हों।
चोट, बहुत ज्यादा चलने या पैर की किसी भी हड्डी, लिगामेंट्स या टेंडन में सूजन होने से पैर में दर्द होता है। गठिया पैर के दर्द का एक आम कारण है। पैरों की नसों में चोट के लगने के कारण तेज दर्द, पैर का सुन्न या उसमे झुनझुनी भी हो सकती है।
मेटाटार्सलगिया (पैर के टखनों से उंगलिओं के बीच की हड्डी) पैरों में होने वाली एक दर्दनाक सूजन है। ऐसी स्थति तब हो सकती है जब आप किसी गतिविधि में भाग लेते हैं जिसमे दौड़ना और रस्सी कूदना शामिल है। अगर आप ऐसे जूते पहनते हैं जो अच्छी तरह से फिट न हों या पैरों में किसी तरह की विकृति है तो इससे भी आपके पैरों में दर्दनाक सूजन हो सकती है।
पैर और टखने में सूजन के कई संभावित कारण हैं जिसमे से ज्यादातर मामलों में, कुछ जीवनशैली कारकों की वजह से सूजन होती है जैसे अधिक वजन होना, अधिक बॉडी मास होना जो कि ब्लड सर्कुलेशन को कम कर सकता है। इससे पैर और टखनों में तरल पदार्थ का बनने लगता है जिससे सूजन हो सकती है।
आपको वॉकिंग करते समय पैरों में दर्द होता है तो आप गठिया के लिए कुछ टेस्ट करवा लीजिए जिसमे (सीआरपी) सी-रिएक्टिव प्रोटीन टेस्ट, (ईएसआर) एरिथ्रोसाइट सेडीमेंटेशन रेट, रा फैक्टर टेस्ट (आरफ) और एंटी-सीसीपी एंटीबाडी टेस्ट शामिल हैं। इनकी रिपोर्ट आने के बाद फिर से डॉक्टर से मिलें और उन्हें रिपोर्ट दिखाएं।
आपको चलते समय पैरों के बीच में दर्द होता है तो सकता है कि यह प्लान्टर फेशियाइटिस (एडी का दर्द) हो। आप डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच करवा लें।
अगर सुबह उठते ही थोड़ा चलने से आपके पैर में दर्द होता है तो यह प्लान्टर फेशियाइटिस (एडी का दर्द) की वजह से हो सकता है और अगर सिर्फ चलने में दर्द होता है तो यह कैल्केनियल स्पर (अतिरिक्त हड्डी का बढ़ना) की वजह से हो सकता है। आप फिजियोथेरेपिस्ट से मिलकर अपनी कैल्केनियल स्पर की जांच के लिए एक्स-रे करवा लें। इसका पता चलने के बाद डॉक्टर इसका इलाज एक्सरसाइज और दर्द दूर करने की दवा लें। आप हील्स वाली जूते न पहनें और ज्यादा देर तक खड़े रहने से भी बचें।
यह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है। अगर आपके पैरों की बनावट ही ऐसी है तो फिजियोथेरेपी से इसका इलाज करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन अगर यह प्रॉब्लम आपको सिर्फ वजन सहन करने में आती है तो फिजियोथेरेपी एक्सरसाइज से आपको मदद मिलेगी। सबसे पहले आप ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से मिलकर अपना एक्स-रे करवा लें। अगर एक्स-रे की रिपोर्ट नॉर्मल आती है तो एक्सरसाइज करें और अपने पैरों को सहारा देने के लिए आप (फुट आर्च) का इस्तेमाल करें।
हो सकता है कि आपको गठिया रोग है इसके लिए आपको जांच करवा लेनी चाहिए।
आप अपने पैरों को सहारा दें। आप आरामदायक स्पोर्ट वाले जूते पहनें और दर्द वाली जगह की बर्फ से सिकाई करें। आप इस पर क्रेप पट्टी का भी इस्तेमाल करें और फिजियोथेरेपिस्ट से मिलें।