इन्फ्लुएंजा जिसे फ्लू या ग्रीप्प के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो आपके फेफड़े, गले और नाक सहित ऊपरी श्वसन प्रणाली को भी प्रभावित करती है। यह सबसे सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है जो पूरे विश्व में लोग इससे पीड़ित हैँ।
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एक शोध के अनुसार हजारों लोग इन्फ्लूएंजा से पैदा होने वाली जटिलताओं के कारण हर साल मरते हैं। अक्सर लोग इन्फ्लूएंजा को सामान्य सर्दी के प्रारंभिक चरण से जोड़ देते हैं क्योंकि दोनों के लक्षण बिल्कुल समान होते हैं। इन्फ्लूएंजा के आम लक्षण जैसे नाक बहना, लगातार छींक आना, गले में खराश, नाक की नली में जमाव, शरीर में दर्द, सिरदर्द, तेज बुखार, सूखी खांसी, कमजोरी और भूख न लगना आदि शामिल हैं।
इन्फ्लुएंजा अत्यधिक संक्रामक होता है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेज़ी से फैलता है। संक्रामक व्यक्तियों को छोटे बच्चों और बुजुर्गों से दूर रहना चाहिए क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है। जैसे ही आपको इन्फ्लुएंजा से जुड़े लक्षण दिखाई दें वैसे ही इसका इलाज करना शुरू कर दें। क्योंकि इन्फ्लुएंजा कान का संक्रमण, निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। निर्धारित एंटीवायरल दवाएं लक्षणों को कम कर सकती हैं हालांकि कई मामलों में सरल घरेलू उपाय भी हल्के से मध्यम फ्लू के लक्षणों को भी कम करने में मदद करते हैं।
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तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे कुछ घरेलू उपाय से फ्लू के लक्षणों को कम किया जा सकता है।