चीन समेत पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस का डर है। अभी तक इस विषाणु से 427 लोगों की मौत हो चुकी है। कई देशों की सरकारें इसे अपने यहां आने या फैलने से रोकने की कोशिशों में लगी हुई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में पिछले पांच महीनों में फ्लू से 10,000 लोगों की मौत हो चुकी है।
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सितंबर से शुरू होता है फ्लू सीजन
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन डिपार्टमेंट की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, वहां हर साल 'इन्फ्लुएंजा सीजन' में करीब एक करोड़ 90 लाख लोग फ्लू की चपेट में आते हैं। इनमें से एक लाख 80 हजार लोग अस्पताल में भर्ती होते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अमेरिका में इन्फ्लुएंजा सीजन सिंतबर से शुरू होता है, जो मई के आखिर तक बना रह सकता है। जनवरी में फ्लू होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। डॉक्टरों का कहना है कि अमेरिका में फ्लू, कोरोना वायरस की तुलना में ज्यादा बड़ी समस्या है। न्यूयॉर्क स्थित एक अस्पताल में एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर जेनिफर लाइटर का कहना है कि लोग अपने आप को फ्लू से बचाने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं, बावजूद इसके अब तक 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
इन्फ्लूएंजा या फ्लू क्या होता है?
इन्फ्लूएंजा राइबोन्यूक्लिक एसिड (आरएनए) नामक वायरस से होने वाली बीमारी है। ये वायरस जानवरों, पक्षियों और इंसानों की श्वास नली को संक्रमित करते हैं। आमतौर पर लोगो में इस वायरस के संक्रमण से बुखार, खांसी, सिरदर्द और थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों में जी मिचलाना, उल्टी, दस्त और गले में खराश जैसे लक्षण भी पाए जाते हैं।
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कितना घातक है यह फ्लू?
हालांकि फ्लू, कोरोना वायरस की जितना जानलेवा नहीं है। कोरोना की मृत्यु दर जहां दो प्रतिशत है, वहीं फ्लू से होने वाली मौतों की दर 0.095 प्रतिशत है। लेकिन इस तथ्य को भी नकारा नहीं जा सकता कि अमेरिका इस इन्फ्लुएंजा सीजन में कोरोना के मुकाबले काफी ज्यादा मौतें हुई हैं। एक अनुमान के मुताबिक यह अमेरिका में इस फ्लू सीजन के दौरान करीब 2 करोड़ 10 लाख लोग बुखार की चपेट में आ सकते हैं।
फ्लू से इतनी मौतें कैसे?
फ्लू यानी सामान्य सर्दी-जुकाम और बुखार की तरह होता है, लेकिन क्या फ्लू इतनी बड़ी संख्या में मौत का कारण बन सकता है? myUpchar से जुड़ीं डॉक्टर फतमा परवीन का कहना है कि इन्फ्लुएंजा में बहुत तरह की समस्याएं (strain- h1n1, h1n2 ) हो सकती हैं। इनमें कुछ तो केवल सर्दी जुकाम का कारण हो सकती हैं, जबकि कुछ स्ट्रेन या समस्याएं जानलेवा भी हो सकती हैं। डॉक्टर के मुताबिक इन्फ्लुएंजा के चलते होने वाली कई ऐसी परेशानिया हैं, जिनके कारण मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है, जैसे - निमोनिया, दिमाग में सूजन, ब्लड प्लेटलेट्स का कम हो जाना आदि।
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फ्लू से बचाव
डॉक्टर फतमा बताती हैं कि अगर आपको लगता है कि मौसम में बदलाव हो रहा है, विशेषकर इन दिनों (जनवरी से फरवरी), तो इस स्थिति में फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क का इस्तेमाल करें। इसके अलावा इन्फ्लुएंजा के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें। इन लक्षणों को अनदेखा ना करें, क्योंकि ये जानलेवा हो सकते हैं।