बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिस कारण वो जल्दी संक्रमित हो जाते हैं. इस कारण से उन्हें बार-बार बुखार भी होता है. ऐसे में माता-पिता चिंतित हो जाते हैं. अगर बच्चे का शरीर गर्म महसूस हो रहा हो, तो सबसे पहले यह चेक करना जरूरी है कि उसे बुखार ही है या खेलने-कूदने की वजह से उसका शरीर गर्म है. भूख कम लगना, ठंड लगना व नाक बहना आदि बुखार के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर बच्चे को पेरासिटामोल या आइबूप्रोफेन जैसी दवाइयां दी जा सकती हैं.
आज इस लेख में आप बच्चों के बुखार की एलोपैथिक दवाओं के बारे में जानेंगे -
(और पढ़ें - तेज बुखार होने पर क्या करें)