कान बहने के क्या कारण होते हैं ?
कान से रिसाव होने के नम्नलिखित कारण हो सकते हैं -
कान के संक्रमण-
कान का संक्रमण तब होता है जब एक जीवाणु या वायरल संक्रमण मध्य कान को प्रभावित करता है (कान के परदे के पीछे की जगह)।
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शरीर में बाहरी वस्तुएं-
कोई बाहरी वस्तु ऐसी चीज़ होती है, जो शरीर में होती है लेकिन वह शरीर का हिस्सा नहीं होती। यह गलती से या जानबूझकर शरीर में डाली जा सकती है।
बाहरी कान का संक्रमण (स्विमर्स ईयर्स)-
स्विमर्स ईयर्स के प्रारंभिक लक्षण में कान में खुजली होती है। बाद के लक्षणों में एक सफेद व पानी वाला रिसाव होता है। यह मुख्य रूप से तैराकों और गर्मी के समय में होता है।
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मध्य कान का संक्रमण (ओटिटिस मीडिया)-
मध्यम कान का संक्रमण (ओटिटिस मीडिया) तब होता है जब एक वायरस या बैक्टीरिया कान के पीछे के क्षेत्र में सूजन करता है। यह बच्चों में सबसे आम है।
मेस्टोइडिटिस (Mastoiditis)-
यदि कोई संक्रमण आपके मध्य कान में फैलता है और आपकी कंबुकर्णी नली (यूस्टेकियन ट्यूब) को अवरुद्ध करता है, तो बाद में इससे मास्टॉइड हड्डी में गंभीर संक्रमण हो सकता है।
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हानिकारक ओटिटिस एक्सटर्ना (Maslignant Otitis Externa)-
यह तब होता है जब एक कान का संक्रमण बाहरी कान और आसपास के ऊतकों तक फैल जाता है।
सिर की चोट-
सिर की चोट आपके मस्तिष्क, खोपड़ी या मस्तक की चोट होती है। सभी सिर की चोटों का गंभीरता से चिकित्सक द्वारा उपचार और मूल्यांकन किया जाना चाहिए। इस स्थिति को आपातकालीन स्थिति माना जाता है, इसमें आवश्यक देखभाल की ज़रूरत हो सकती है।
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कान के परदे को नुकसान-
कान के परदे में एक छेद या खरोंच से कान से रिसाव हो सकता है।
कोलेस्टिओटोमा (Cholesteatoma)-
कोलेस्टिओटोमा एक गैर-कैंसर रोग है, जो कान में विकसित हो सकता है।
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सिर का फ्रैक्चर-
इस स्थिति को आपातकालीन स्थिति माना जाता है, इसमें आवश्यक देखभाल की ज़रूरत होती है।
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