शरीर को ग्लूकोज से एनर्जी मिलती है और ग्लूकोज शरीर को खाने से मिलता है. वहीं, इंसुलिन हार्मोन ग्लूकोज को बॉडी सेल तक पहुंचाता है, लेकिन इंसुलिन की मात्रा कम होने पर ग्लूकोज सभी सेल तक नहीं पहुंच पाता है और खून में ही रह जाता है. इससे खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है और समय के साथ ब्लड में बहुत ज्यादा ग्लूकोज होने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. ऐसी ही एक समस्या डायबिटीज है.
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पुरुषों की तुलना में महिलाओं को प्रेगनेंसी संबंधी कारणों की वजह से डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा रहता है. डायबिटीज को पूरी तरह से सही करने का इलाज नहीं है, लेकिन समय से पता लग जाने पर उसको कंट्रोल जरूर किया जा सकता है. प्यास और भूख का बढ़ना, जल्दी-जल्दी पेशाब आना, बिना किसी कारण के वजन में बदलाव आदि महिलाओं में डायबिटीज के आम लक्षण हैं.
आज इस लेख में हम महिलाओं में डायबिटीज होने के लक्षणों के बारे में ही विस्तार से चर्चा करेंगे -
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