दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोविड-19 का संक्रमण अब दुनियाभर के 199 देशों में फैल चुका है और विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित कर चुका है। 30 मार्च 2020 के आंकड़ों की मानें तो अब तक दुनियाभर में इस नए कोरोना वायरस कोविड-19 के 7 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और करीब 34 हजार लोगों को मौत हो चुकी है। ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण को और ज्यादा फैलने से रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर संक्रमण प्रभावित देशों की सरकारों ने अपने यहां आंशिक या संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर रखा है।
भारत भी इस वक्त कोविड-19 संक्रमण से प्रभावित देशों में से एक है और इसलिए 24 मार्च 2020 से पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। इसका मतलब है कि दुनिया के ज्यादातर देशों की ही तरह भारत के लोगों को भी अपने घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। कोई भी व्यक्ति तब तक घर से बाहर नहीं निकल सकता जब तक कोई बहुत जरूरी काम न हो और इस दौरान भी बीमारी से बचने के लिए सभी तरह के जरूरी सुरक्षात्मक उपाय अपनाने होंगे।
इस लॉकडाउन का मतलब यह भी है कि ज्यादातर कर्मचारियों को उनकी कंपनी की तरफ घर से काम करने के लिए कहा गया है। (कम से कम वे लोग जो घर से काम कर सकते हैं) हो सकता है कि जब आप से कहा जाए कि आपको घर से काम करना है तो आपकी पहली प्रतिक्रिया बेहद खुशी वाली हो क्योंकि, इस पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के दौरान आपको घर पर परिवार वालों के साथ पूरा दिन बिताना आरामदायक लग सकता है, लेकिन घर से काम करने के दौरान आपको कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं।
ऐसे में अगर आप भी इस लॉकडाउन के दौरान अपनी मानसिक सेहत को बनाए रखते हुए पूरी कुशलता के साथ घर से काम करना चाहते हैं तो आपको इस बारे में क्या-क्या पता होना चाहिए, यहां जानें।