दक्षिण कोरिया में नियंत्रित होने के बाद कोरोना वायरस फिर फैलता दिख रहा है। बुधवार को यहां 297 नए संक्रमितों का पता चला है, जोकि मार्च के बाद दक्षिण कोरिया में एक दिन में कोरोना वायरस से जुड़े मामलों की सबसे बड़ी संख्या है। बीते छह दिनों से दक्षिण कोरिया में तिहाई की संख्या में नए मरीज सामने आए हैं। आलम यह है कि दक्षिण कोरिया के उप-स्वास्थ्य मंत्री किम गांग-लिप को कहना पड़ा है कि सरकार ट्रेसिंग और आइसोलेशन के जरिये वायरस को नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों को घरों में रहना होगा। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों ने राजधानी सियोल स्थित एक चर्च में सैकड़ों की संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आने की पुष्टि की है।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में सामने आए कोविड-19 के नए मामलों में से 90 प्रतिशत राजधानी सियोल और उसके आसपास के इलाकों से जुड़े हैं। ऐसे में ढाई करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले इस मेट्रोपॉलिटन एरिया में बड़े पैमाने पर वायरस फैलने की आशंका जताई गई है। खबरों के मुताबिक, उप-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है, 'हम खतरनाक संकट में आ गए हैं। सियोल मेट्रोपॉलिटन एरिया में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर ट्रांसमिशन का खतरा पैदा हो गया है। सरकार ट्रेसिंग और आइसोलेशन के जरिये इसे नहीं रोक सकती। कृपया जब तक जरूर न हो, तब तक घर में ही रहें।'

दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के फैलने के पीछे एक स्थानीय चर्च की भूमिका को भी जिम्मेदार बताया जा रहा है। रिपोर्टों की मानें तो सियोल स्थित सारंग जेल चर्च से कोरोना वायरस के 623 मामले सामने आए हैं। बुधवार को दर्ज किए गए नए मामलों में से कम से कम 166 इसी चर्च से जुड़े हैं। सरकार के अधिकारियों को चर्च से जुड़े 600 और सदस्यों को ट्रेस करने के लिए 8,500 पुलिसकर्मियों को तैयार करना पड़ा है। इन सभी का पता लगाने के बाद इन्हें आइसोलेशन में भेजने की योजना है। इसके अलावा चर्च के सभी 4,000 सदस्यों की टेस्टिंग करने की कोशिश की जा रही है।

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अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सारंग जेल चर्च को एक कट्टरवादी उपदेशक द्वारा संचालित किया जाता है। अधिकारियों का कहना है कि इस चर्च के कई सदस्यों ने आगे आकर टेस्ट करने से इनकार कर दिया है और खुद को आइसोलेट करने की बात भी नहीं मानी है। बताया गया है कि इनमें से कुछ सदस्य बीते सप्ताहांत सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल हुए थे। ऐसे में संक्रमण के अन्य लोगों में फैलने का डर पैदा हो गया है। इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री चुंग स्ये-क्युन ने कहा है कि उनकी सरकार चर्च के इन सदस्यों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।

हालांकि बात यहीं खत्म नहीं होती। रिपोर्टें बताती हैं कि सियोल स्थित कुछ अन्य चर्चों में भी कोरोना वायरस के कुछ मामले सामने आए हैं। अभी तक इन चर्चों की संख्या कम से कम तीन बताई गई है। सरकार ने कहा है कि अगर आने वाले दिनों में मामले बढ़े तो वह उच्चतम स्तर के डिस्टेसिंग नियम लागू कर सकती है, जिसके चलते स्कूल बंद कर दिए जाएंगे, लोगों को फिर से घर से ही काम करना होगा और 10 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी जाएगी।

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