ब्रिटेन की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साझा सहयोग से तैयार की गई कोविड-19 वैक्सीन के अंतिम ट्रायल का अस्थायी रूप से रुकना पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब है कि यूनाइटेड किंगडम में 'चडॉक्स एनसीओवी-1' नाम की इस वैक्सीन के दूसरे/तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान एक प्रतिभागी में कथित रूप से गंभीर न्यूरोलॉजिकल दुष्प्रभाव देखने को मिला है। इसके बाद एस्ट्राजेनेका की तरफ से मंगलवार को ट्रायल को रोकने का एलान किया गया था। इसके बाद दुनियाभर के मेडिकल वैज्ञानिकों व संगठनों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी इनमें शामिल है। खबर है कि डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि यह घटना एक 'वेकअप कॉल' (चेतावनी) है, जो बताती है कि वैक्सीन डेवलेपमेंट का काम 'हमेशा तेज और सपाट तरीके से नहीं' होता।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, गुरुवार को हुई दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में सौम्या स्वामीनाथन ने यह भी कहा कि हालांकि इस मामले में 'ज्यादा हतोत्साहित' होने की जरूरत नहीं है। स्वामीनाथन का कहना था कि मेडिकल शोध से जुड़े कार्यों में इस तरह की घटनाएं होती हैं। एस्ट्राजेनेका द्वारा ट्रायल रोके जाने को लेकर स्वामीनाथन ने कहा, 'जब कुछ घटित होता है तो आप एक प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। अगर यह साइड इफेक्ट मामूली होता तो प्रोटोकॉल के तहत कुछ और किया जाता। (लेकिन) अगर दुष्प्रभाव गंभीर हो, जैसा कि इस मामले में देखने को मिला तो ट्रायल को रोक दिया जाता है। मैं फिर कह दूं कि यह सामान्य प्रक्रिया है।' डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक ने ट्रायल रोके जाने पर कहा, 'यह एक अच्छी क्लिनिकल प्रैक्टिस है, क्योंकि किसी भी क्लिनिकल ट्रायल में सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है।' इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने ट्रायल के बहाल होने की उम्मीद जताई है। इस बारे में स्वामीनाथन ने कहा कि एक डेटा व सुरक्षा मॉनिटरिंग बोर्ड घटना को लेकर और जानकारी प्रदान करेगा, जिससे यह तय किया जाएगा कि ट्रायल किस तरह किए जाने हैं।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इससे पहले ब्रीफिंग में डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा, 'मेरे विचार में यह (ट्रायल रोकना) अच्छा है। शायद यह हर किसी के लिए एक वेकअप कॉल या चेतावनी है कि वह समझें कि शोधकार्य में उतार-चढ़ाव आते हैं, क्लिनिकल डेवलेपमेंट में उतार-चढ़ाव आते हैं और हमें उनके लिए तैयार रहने की जरूरत है। हम उम्मीद करते हैं कि चीजें ठीक हो जाएंगी, लेकिन मैं फिर कहूंगी कि यह कई बातों पर निर्भर करता है। हमें घटना से जुड़ी जानकारी मिलने तक इंतजार करना होगा।'