देश में जहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 13,000 के पार हो गया है, वहीं विदेशों में रह रहे लाखों भारतीयों में से 3,000 से ज्यादा के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 25 की मौत हो गई है। सरकार के हवाले से आई मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है। इससे पता चलता है कि भारत के अलावा भी अन्य देशों में सैकड़ों भारतीय कोविड-19 बीमारी की चपेट में आए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले मार्च में विदेश मंत्रालय ने संसद में बताया था कि दुनियाभर में 400 से ज्यादा भारतीय कोविड-19 से पीड़ित पाए गए हैं। ताजा रिपोर्टें बताती हैं कि अब यह संख्या बढ़ गई है।
इसी हफ्ते विदेशों में रह रहे भारतीयों को देश वापस लाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। लेकिन कोर्ट ने इस संबंध में दायर याचिकाओं के तहत अंतरिम आदेश जारी करने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने याचिकाकर्ताओं से साफ शब्दों में कहा कि जो व्यक्ति जहां है वह वहीं सुरक्षित रहे। कोर्ट के मुताबिक, अन्य देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने का निर्देश कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए ट्रैवल बैन को कमजोर करेगा।
टेस्टिंग किट के लिए और देशों से संपर्क
देश में कोविड-19 की जांच का दायरा बढ़ाने के लिए सरकार अलग-अलग देशों से टेस्टिंग किट्स मंगाने की कोशिश कर रही है। इस सिलसिले में चीन से लाखों किट आना शुरू हो गई हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन के अलावा भारत ने कई देशों से टेस्ट किट मिलने की उम्मीद की है। इसके लिए उसने दक्षिण कोरिया, अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया, फ्रांस और कनाडा से भी संपर्क किया है।
ब्रिक्स देशों के साथ बैठक की योजना
सरकार के सूत्रों ने यह भी बताया कि सरकार इस महीने के अंत में ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के साथ कोविड-19 के मुद्दे पर एक बैठक करने की योजना बना रही है। इससे पहले, पिछले महीने सार्क देशों के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में मौजूदा स्वास्थ्य संकट पर चर्चा हुई थी। इसमें भारत ने महामारी से निपटने के लिए आपातकालीन फंड बनाने की बात कही थी। इसके लिए उसने 76 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम देने का प्रस्ताव भी दिया था। देखना होगा कि ब्रिक्स देशों की बैठक में क्या चर्चा होती है।