अगर किसी व्यक्ति को पहले से डायबिटीज की समस्या हो तो उसे गंभीर कोविड-19 होने का खतरा काफी अधिक होता है यानी डायबिटीज, कोविड-19 का जोखिम कारक है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अगर कोई व्यक्ति जिसे डायबिटीज है अगर वो किसी कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाता है तो उसे भी कोविड-19 इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होगा। इसका मतलब ये है कि डायबिटीज के मरीजों को अगर कोविड-19 संक्रमण हो जाता है तो उनमें गंभीर बीमारी होने का खतरा और फिर मौत का खतरा भी अधिक होता है।
इससे पहले जितने भी अध्ययन हुए उसमें एक्सपर्ट्स ने डायबिटीज और कोविड-19 के बीच सिर्फ यही एक कनेक्शन पाया था। लेकिन अब इस बात के सबूत भी लगातार बढ़ रहे हैं कि किसी स्वस्थ व्यक्ति को जिसे पहले डायबिटीज नहीं था, उसे कोविड-19 बीमारी होने के बाद डायबिटीज होने का खतरा काफी अधिक है। हालांकि इस बारे में और ज्यादा अध्ययन करने की जरूरत है यह समझने के लिए आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और क्या इसके लिए नया कोरोना वायरस जिम्मेदार है?
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