भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 92 लाख से ज्यादा हो गई है। वहीं, इससे होने वाली बीमारी कोविड-19 से मारे गए लोगों का आंकड़ा एक लाख 34 हजार 600 के पार चला गया है। बीते 24 घंटों में देशभर में कोविड-19 के 34 हजार 376 नए मामले सामने आए हैं। इसी दौरान 481 कोरोना संक्रमितों की मौत की पुष्टि की गई है। हालांकि 37 हजार 816 मरीजों को वायरस से मुक्त भी करार दिया गया है। इन अपडेट्स के जारी होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की कुल संख्या 92 लाख 22 हजार 216 तक पहुंच गई है। इनमें से कुल एक लाख 34 हजार 699 की मौत हो चुकी है। लेकिन 86 लाख 42 हजार से अधिक मरीजों को बचा भी लिया गया है। इस तरह भारत में कोविड-19 का रिकवरी रेट थोड़ा और बढ़तर 93.72 प्रतिशत हो गया है, जबकि मृत्यु दर 1.46 प्रतिशत पर बरकरार है।
उधर, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर ने बताया है कि कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए किए जा रहे टेस्टों की संख्या बढ़ कर 13 करोड़ 48 लाख से ज्यादा हो गई है। आईसीएमआर के मुताबिक, बीते दिन देशभर में 11 लाख 59 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट किए गए है। इससे अब तक किए गए ऐसे परीक्षणों की कुल संख्या 13 करोड़ 48 लाख 41 हजार 307 हो गई है।
(और पढ़ें - कोविड-19 से सुरक्षा दे सकती है एमएमआर वैक्सीन: वैज्ञानिक)
दिल्ली में हर दिन 100 से ज्यादा मौतों का सिलसिला जारी
दिल्ली में कोविड-19 से हालात जस के तस बने हुए हैं। मंगलवार को यहां एक बार फिर 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार को राजधानी में कोरोना संक्रमण के 6,224 केस सामने आए हैं। इसी दौरान 109 कोविड मरीजों की मौत हो गई है। इस बढ़ोतरी से दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या पांच लाख 40 हजार 541 हो गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 8,641 हो गया है।
दिल्ली सरकार एक तरफ कोविड-19 संकट के बढ़ने के चलते संघर्ष कर रही है तो दूसरी तरफ उसे अस्पतालों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सितंबर महीने में दिल्ली सरकार ने आदेश पारित करते हुए कहा था कि राजधानी के बड़े निजी अस्पतालों के 80 प्रतिशत बेड कोविड-19 के मरीजों के लिए आरक्षित रखे जाएं। इस पर अस्पतालों का कहना है कि इस आदेश के चलते नॉन-कोविड मरीजों की परेशानियां काफी बढ़ गई हैं। साथ ही, अस्पतालों को अपने एडिमिनिस्ट्रेशन में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
(और पढ़ें - कोविड-19 से दुनियाभर में 14 लाख से ज्यादा मौतें, लेकिन स्वस्थ मरीजों का आंकड़ा भी चार करोड़ के पार: वर्ल्डओमीटर)
ऐसे में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवादाताओं से जुड़े एक संगठन एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एएचपीआई) ने दिल्ली सरकार के आदेश के विरोध में हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। पहले कोर्ट ने आदेश पर रोक लगा दी थी। लेकिन बाद में सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद मामला फिर से हाई कोर्ट पहुंचा। इस बार हाई कोर्ट की डबल बेंट ने सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद दिल्ली के 33 बड़े निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत बेड कोरोना वायरस के मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए गए। अब एएचपीआई का कहना है कि इस आदेश की वजह से अस्पतालों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अस्पताल में पहले से मौजूद बेड को कोविड और नॉन-कोविड मरीजों के लिए अलग-अलग करने में खासी मशकक्त करने पड़ रही है।
महाराष्ट्र में प्रतिदिन मौतों का आंकड़ा गिरकर 30 हुआ
दिल्ली में हालात लगातार संकटपूर्ण बने हुए हैं तो महाराष्ट्र में इसका ठीक उलटा देखने को मिल रहा है। कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे इस राज्य में प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या एक समय 300-400 से नीचे नहीं जाती थी, लेकिन इन दिनों यह औसतन 50-60 दर्ज की जा रही है। मंगलवार को तो यह आंकड़ा और भी कम हो गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन महाराष्ट्र में केवल 30 कोविड मरीजों की मौत हुई है, जो अप्रैल महीने के बाद महाराष्ट्र में एक दिन में कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों की सबसे कम संख्या है। मंगलवार को महाराष्ट्र में 5,439 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इससे राज्य में कोविड मामलों की संख्या 17 लाख 89 हजार से आगे चली गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 46 हजार 683 हो गया है।
(और पढ़ें - कोविड-19: यूनिसेफ बड़ी योजना के तहत विकासशील देशों को 200 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज उपलब्ध कराएगा)
अन्य राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र की तरह केरल में भी 5,400 से ज्यादा नए मरीजों का पता चला है। इससे यहां कोरोना मरीजों की संख्या पांच लाख 71 हजार से अधिक हो गई है। वहीं, 24 नई मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा 2,100 के करीब पहुंच गया है। उधर, मरीजों के मामले में केरल से पीछे चल रहे उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों की संख्या क्रमशः 8,100 और 7,600 से अधिक हो गई है। यूपी में सार्स-सीओवी-2 ने अब तक कुल पांच लाख 31 हजार से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है। मंगलवार को यहां 2,217 नए मामले सामने आए हैं और 33 नई मौतों की पुष्टि हुई है। वहीं, पश्चिम बंगाल में 3,545 नए मरीजों के साथ कुल कोरोना मामलों की संख्या चार लाख 63 हजार से ज्यादा हो गई है। बीते दिन यहां 49 मरीजों की मौत हुई है।
गुजरात दो लाख मरीजों वाले राज्यों में शामिल
देश में दो लाख कोरोना संक्रमितों वाले राज्यों की संख्या 16 हो गई है। इस सूची में नया नाम गुजरात का है, जहां मंगलवार को कोविड-19 से जुड़े मामलों की संख्या दो लाख के पार चली गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, राज्य में 1,510 नए कोरोना मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या दो लाख 409 हो गई है। वहीं, 16 नई मौतों की पुष्टि के बाद मृतकों का आंकड़ा 3,900 के करीब पहुंच गया है। गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश भी दो लाख केसों की तरफ बढ़ता दिख रहा है। यहां बीते दिन ,1766 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जिससे उनका कुल आंकड़ा एक लाख 96 हजार 511 हो गया है। इसकी काफी आशंका है कि मध्य प्रदेश में इसी हफ्ते कोरोना वायरस के दो लाख मरीज हो सकते हैं। बता दें कि यहां कोविड-19 ने अब तक 3,183 लोगों की जान ली है।
उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: भारत में 92 लाख से ज्यादा मरीज हुए, महाराष्ट्र में एक दिन में केवल 30 मौतें है
- Proctosedyl BD Cream - ₹108
- Anovate Cream - ₹140
- Pilo GO Cream - ₹80
- Covifor Injection - ₹3780
- Fabiflu 200 Mg Tablet - ₹1292
- Fabiflu 400 Tablet - ₹856
- Fabiflu (Favipiravir) 400 Mg Tablet - ₹1224
- Fabiflu (Favipiravir) 200 Mg Tablet - ₹1292
- Remdesivir Injection - ₹10500
- Molusafe Capsule - ₹457
- Movfor 200 Mg Capsule - ₹2490
- Molflu 200 Mg Capsule - ₹1400
- Molulife 200 Capsule - ₹1399
- Cipmolnu 200 Mg Capsule - ₹2000
- Molxvir 200 Mg Capsule - ₹1520
- Immunocin Alpha Plus 1.6mg Injection - ₹5998
- Alzumab Injection - ₹8229
- Imualfa 1.6mg Injection 1ml - ₹2628
- Molnutor 200 Mg Capsule - ₹2000
- Sotrovimab Injection - ₹165000
- Nirmatrelvir - ₹5000
- Molnupiravir 200 Mg Capsule - ₹1400
- Covihalt 200 Tablet - ₹465
- Ciplenza Tablet - ₹646
- Itolizumab Injection - ₹8220