भारत में कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 70,000 के पार चली गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा करीब 2,300 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस समय कोविड-19 बीमारी से 70,756 लोग ग्रस्त हैं। इनमें से 2,293 मारे गए हैं। हालांकि 22,455 मरीजों को बचा भी लिया गया है।
नए आंकड़े बताते हैं कि बीते 24 घंटों में देशभर में 3,600 से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं और 87 मौतें दर्ज की गई हैं। इनमें से सबसे ज्यादा लोग महाराष्ट्र और गुजरात में मारे गए हैं। सरकारी अपडेट्स के मुताबिक, सोमवार को महाराष्ट्र में 36 और गुजरात में 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इन दोनों राज्यों में मरीजों की संख्या भी क्रमशः 23,401 और 8541 हो गई है। महाराष्ट्र में जहां कोविड-19 से कुल 868 लोगों की मौत हुई है, वहीं, गुजरात में यह संख्या 500 के पार (513) चली गई है।
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हालांकि, संख्या ज्यादा होने के बावजूद महाराष्ट्र की मृत्यु दर गुजरात से बेहतर दिखाई देती है। आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि गुजरात में कोविड-19 की मृत्यु दर छह प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि महाराष्ट्र में यह तीन प्रतिशत से कुछ अधिक है। लेकिन लोगों को बचाने के मामले में गुजरात आगे दिखाई दे रहा है। वहां कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 2,780 लोगों को बचाया गया है, जो कुल मरीजों का 32 प्रतिशत है। वहीं, महाराष्ट्र में 4,786 लोगों को कोरोना-मुक्त करार दिया गया है, जो राज्य के कुल मरीजों का 20 प्रतिशत है।
तमिलनाडु 8,000 तो दिल्ली में 7,000 मरीज हुए
दक्षिण राज्य तमिलनाडु में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 8,000 के पार चली गई है। सोमवार को यहां करीब 8,00 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 8,002 हो गई है। इनमें से 53 मारे गए हैं, लेकिन 2,051 मरीजों को बचा लिया गया है। वहीं, दिल्ली में भी कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7,000 के पार चला गया है। बीते 24 घंटों में यहां 300 से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या 7,233 हो गई है। इनमें से 73 की मौत हो गई है और 2,129 को बचा लिया गया है। सोमवार को कोई नई मौत दर्ज नहीं की गई और 60 अन्य संक्रमितों को कोरोना-मुक्त करार दिया गया।
केरल के जल्दी ही कोरोना-मुक्त होने के आसार
यह कई मेडिकल विशेषज्ञों की राय है कि केरल में जिस तरह कोरोना संकट से निपटा गया है, उससे केंद्र सरकार समेत सभी राज्यों को प्रेरणा लेनी चाहिए। आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। केरल में कोरोना वायरस के अब तक 519 मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें मरने वालों की संख्या केवल चार है, जबकि बचाए गए लोगों का आंकड़ा 489 है, जो कुल मरीजों का करीब 95 प्रतिशत है। अब केरल में केवल 26 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। उम्मीद जताई गई है कि इन सब को भी जल्दी ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा लिया जाएगा, जिसके बाद केरल पूरी तरह कोविड-19 से मुक्त हो सकता है।
2,000 मरीजों वाले राज्यों की संख्या बढ़ी
देश में अब ऐसे नौ राज्य हो गए हैं, जहां कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 2,000 से ज्यादा है। सोमवार को पश्चिम बंगाल में 124 और आंध्र प्रदेश में 38 नए मरीज सामने आए। इसके बाद इन दोनों राज्यों में कुल मरीजों की संख्या (क्रमशः) 2,063 और 2,018 हो गई है। इस मामले में दोनों ही राज्यों के बीच कोई खास अंतर दिखाई नहीं देता, लेकिन मरीजों को बचाने के मामले में फिलहाल बंगाल काफी ज्यादा पीछे है। यहां अब तक 190 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कि कुल मरीजों का नौ प्रतिशत से भी ज्यादा है और राष्ट्रीय औसत (3.24 प्रतिशत) से करीब तीन गुना है। जबकि आंध्र प्रदेश में 45 मरीज मारे गए हैं, जो वहां के कुल मरीजों का 2.22 प्रतिशत है।
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कोविड-19 से जुड़ी अन्य राष्ट्रीय अपडेट्स इस प्रकार हैं
- मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से अब तक 221 मौतें, 3,785 मरीजों की पुष्टि
- पंजाब के कुल 1,877 मरीजों में से केवल 168 डिस्चार्ज किए गए
- राजस्थान में जल्दी ही 4,000 मरीज होंगे, अब तक 3,988 के संक्रमित होने की पुष्टि
- त्रिपुरा में कोरोना वायरस के 150 से ज्यादा मरीज, कुछ समय पहले ही कोविड-19 मुक्त घोषित हुआ था
- उत्तर प्रदेश में 80 मौतों की पुष्टि, मरीजों की संख्या 3,500 से ज्यादा हुई