भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 35,000 से ज्यादा हो गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 1,147 हो गया है। गुरुवार को 1,800 से ज्यादा नए मामले सामने आए और 70 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस समय कोविड-19 के 25,000 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं और 8889 मरीज ऐसे हैं, जिनका सफल इलाज कर दिया गया है या डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।

गुरुवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 10,000 के आंकड़े को पार कर गई। शुक्रवार को आए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में अभी तक कोविड-19 के 10,498 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 459 की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्टें बताती हैं कि पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल मरीजों में से करीब 70 प्रतिशत अकेले मुंबई शहर में हैं। यहां इस वायरस ने 7,000 से ज्यादा लोगों को शिकार बनाया है। इनमें से 290 की मौत हो गई है। वहीं, बचाए गए मरीजों की संख्या 1,000 से ज्यादा है। इसके बाद पुणे का नंबर आता है, जहां कोविड-19 के 1,200 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिनसे जुड़े 88 मरीजों की मौत हो चुकी है।

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गुजरात में 200 मौतें
महाराष्ट्र के बाद गुजरात ऐसा दूसरा राज्य है, जहां कोविड-19 से 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। गुरुवार सुबह तक यहां 197 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी। शुक्रवार सुबह यह संख्या 214 हो गई है। वहीं, कोरोना वायरस के संक्रमण से बीमार पड़े लोगों का आंकड़ा 4,395 हो गया है। गुरुवार को 313 नए मामले सामने आए। हालात सबसे ज्यादा अहमदाबाद में खराब हैं। यहां कोविड-19 से बीमार पड़े लोगों की संख्या 3,000 से ज्यादा हो गई है और मृतकों का आंकड़ा 150 होने वाला है।

अन्य राज्यों की बात करें तो दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 3,500 से ज्यादो हो गई है। इनमें से 59 मारे गए हैं। हालांकि करीब 1,100 को बचाने में कामयाबी भी मिली है। मध्य प्रदेश में 2,660 मरीजों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 137 की मौत हो गई है। राजस्थान के 2,500 से ज्यादा मरीजों में से 58 के मारे जाने की जानकारी मिली है। वहीं, तमिलनाडु में 2,300 से ज्यादा लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं। इनमें से 27 मारे गए हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 2,200 से ज्यादा मरीज हैं, जिनमें से 39 की मौत हो गई है।

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महानगर रेड जोन घोषित
उधर, कोविड-19 संकट के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दूसरे चरण के खत्म होने से पहले केंद्र सरकार ने सभी बड़े महानगरों को 'रेड जोन' घोषित कर दिया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू और अहमदाबाद तीन मई के बाद रेड जोन की कैटिगरी में रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और स्थानीय निकायों से कहा है कि वे कन्टेंमेंट जोन और संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील अन्य इलाकों में लोगों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें।

खबरों के मुताबिक, केंद्रीय संयुक्त स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदान ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र के जरिये 130 रेड जोन, 284 ओरेंज जोन और 319 ग्रीन जोन की सूची जारी की है। उन्हें जिला स्तर के तहत सूचीबद्ध इन इलाकों में संक्रमण रोकने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार के मुताबिक, प्रभावी तरीके से संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कम संवेदनशील इलाकों को कन्टेंमेंट जोन घोषित किए गए इलाकों से अलग करने की जरूरत है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: गुजरात में मौतों का आंकड़ा 200 के पार, देशभर में कोरोना वायरस के 35,000 से ज्यादा मामले, अकेले महाराष्ट्र में 10,000 से ज्यादा मरीज है

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