भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या आधिकारिक रूप से 1,900 के पार चली गई है। केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोविड-19 बीमारी के 1,965 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें सक्रिय मामलों की संख्या 1,765 और मृतकों का आंकड़ा 50 बताया गया है। सरकार के मुताबिक, 150 मरीज ऐसे हैं जिन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है और एक मरीज माइग्रेटिड है। उधर, मीडिया रिपोर्टों की मानें तो देश में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 2,000 के पार जा चुका है। इनमें 1,821 सक्रिय मामलों के अलावा 171 मामले डिस्चार्ज किए जा चुके मरीजों से जुड़े हैं। 56 मरीजों की मौत हो चुकी है।

रिपोर्टों के मुताबिक, कोरोना वायरस से प्रभावित राज्यों की संख्या 29 हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में हैं जहां अब तक 335 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है और 14 लोग बीमारी से मारे गए हैं। इसके बाद केरल और तमिलनाडु का नंबर आता है जहां क्रमशः 265 और 234 मरीजों की पुष्टि हुई है। केरल में दो और तमिलनाडु में एक व्यक्ति की मौत हुई है। चौथे नंबर पर राजधानी दिल्ली है जहां अब तक 152 मरीजों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से दो की मौत हो गई है।

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मौतों के मामले में इस समय महाराष्ट्र सबसे आगे है। इसके बाद देश के चार राज्यों में कोरोना वायरस ने छह-छह लोगों की जान ली है। ये राज्य हैं तेलंगाना, गुजरात, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश। वहीं, पंजाब में चार और कर्नाटक में तीन लोग कोविड-19 से मारे गए हैं। इसके बाद केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर में दो-दो और तमिलनाडु, बिहार तथा मध्य प्रदेश में एक-एक मरीज की मौत हुई है।

अब तक करीब 48,000 टेस्ट किए गए
उधर, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि अब तक कोविड-19 के 47,951 टेस्ट किए जा चुके हैं। इसके अलावा आईसीएमआर के तहत देशभर में 126 लैबोरेटरी तैयार कर दी गई हैं। साथ ही, 51 प्राइवेट लैबों को भी कोविड-19 के टेस्ट करने की मंजूरी दी गई है। प्रेसवार्ता में आईसीएमआर ने मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर भी जानकारी दी। उसने बताया कि भारत में कोविड-19 के इलाज के संबंध में इस दवा पर अभी भी ट्रायल किए जा रहे हैं।

वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि मेडिकल से जुड़ी जरूरी चीजों के लिए कुछ विशेष उड़ानों के संचालन को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि मास्क, टेस्टिंग किट और दवाओं को लाने-ले जाने के लिए कुछ विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दे दी गई है।

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तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों में कई पॉजिटिव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित तबलीगी जमात कार्यक्रम के चलते कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि संयुक्त सचिव ने यह भी कहा कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर बीमारी फैलने के संकेत अभी नहीं मिले हैं। बता दें कि इस महीने की शुरुआत से लेकर मध्य माह तक निजामुद्दीन स्थित मस्जिद में तबलीगी जमात कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें देश-विदेश से सैकड़ों की तादाद में आए लोगों ने हिस्सा लिया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद कई लोग अपने-अपने शहरों में लौटने लगे। बाद में उनमें से कई कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए।

यह खबर सामने आते ही केंद्र समेत देश भर की राज्य सरकारों में हड़कंप मच गया। हालात ज्यादा न बिगड़े, इसलिए निजामुद्दीन इलाके को सील कर दिया गया। जांच के दौरान पता चला कि लॉकडाउन के चलते मस्जिद में सैकड़ों लोग फंसे हुए थे। वहीं, दूसरे इलाकों से भी ऐसे पॉजिटिव मामले सामने आ रहे थे जो तबलीगी जमात से जुड़े थे। इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि इस कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से अब तक 1,800 को अलग अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटरों में भेज दिया गया है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोरोना वायरस: भारत में मरीजों की संख्या 2,000 के पार, 50 से ज्यादा मौतें- मीडिया रिपोर्ट्स है

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