भारत में कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 31 हजार के पार चली गई है। वहीं, इस वायरस से होने वाली बीमारी कोविड-19 के चलते हुई मौतों का आंकड़ा भी 1,000 से ज्यादा हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के अब तक 31,332 मरीजों की पुष्टि हो चुकी हैं। इनमें से 1,007 की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो बीते 24 घंटों में 1,800 से ज्यादा नए मामले और करीब 70 नई मौतें दर्ज की गई हैं।
महाराष्ट्र और गुजरात में 60 प्रतिशत मौतें
सरकारी आंकड़ों में महाराष्ट्र में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 400 हो गई है। वहीं, गुजरात में 181 मौतों की पुष्टि हुई है। यानी देश में कोविड-19 से 60 प्रतिशत मौतें केवल इन दो राज्यों में हुई हैं। मंगलवार को जहां महाराष्ट्र में 31 मौतें और 728 नए मामले सामने आए, वहीं गुजरात में भी 19 मौतें और करीब 200 नए मरीजों की पुष्टि हुई। सरकार के मुताबिक, महाराष्ट्र में अब तक 1,388 मरीजों को कोविड-19 से बचा लिया गया है। वहीं, गुजरात में यह आंकड़ा 434 है।
(और पढ़ें - कोविड-19: नए शोध में दावा, अपनेआप को दस बार बदल चुका है नया कोरोना वायरस, 'ए2ए' टाइप है सबसे खतरनाक)
2,000 मरीजों वाले राज्य बढ़े
भारत में कोरोना वायरस के 2,000 मरीजों वाले राज्यों की संख्या भी पांच से सात हो गई है। अभी तक महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 2,000 या उससे ज्यादा मरीज थे। अब इस सूची में तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश भी शामिल हो गए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में इन दोनों राज्यों में क्रमशः 121 और 66 नए मामले सामने आए हैं। इससे तमिलनाडु में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2,058 और उत्तर प्रदेश में 2,053 पर पहुंच गया है। इसके अलावा दोनों ही राज्यों में मृतकों की संख्या क्रमशः 25 और 34 हो गई है।
दिल्ली में 1,000 मरीज बचाए गए, लेकिन हॉटस्पॉट की संख्या बढ़ी
उधर, राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 3,314 हो गई है। इनमें से 54 की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। बीते 24 घंटों में यहां 206 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि मौत का आंकड़ा नहीं बढ़ा है और इलाज के बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या भी 877 से बढ़कर 1,078 हो गई है। बता दें कि हजार से ज्यादा मरीजों को बचाने वाले राज्यों में दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र और तमिलनाडु शामिल हैं, जहां अब क्रमशः 1,338 और 1,168 लोगों को कोविड-19 से बचा लिया गया है।
(और पढ़ें - कोविड-19: क्या वायु प्रदूषण के कणों के जरिये दूर तक फैल सकता है कोरोना वायरस? नए शोध से सामने आई यह जानकारी)
हालांकि, राजधानी में कन्टेंमेंट जोन या हॉटस्पॉट इलाकों में इजाफा हो रहा है। खबर है कि यहां के शाहीनबाग इलाके के एक ब्लॉक को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है, जिसके बाद राजधानी में ऐसे इलाकों की संख्या 100 हो गई है। बीती 14 अप्रैल तक दिल्ली में 50 से ज्यादा हॉटस्पॉट की पहचान की गई थी। तब से अब तक यह संख्या दोगुनी हो चुकी है।
देश के 300 जिले कोविड-19 मुक्त: सरकार
मंगलवार को केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश के 300 जिले कोविड-19 के प्रभाव से मुक्त हैं और 300 ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस के बहुत कम मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, देश के जिन जिलों में हॉटस्पॉट इलाकों की पहचान की गई है, उनकी संख्या 129 है। उन्होंने कहा कि सरकार इन जिलों में बीमारी को नियंत्रित करने पर फोकस कर रही है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश के 80 जिले ऐसे हैं, जहां पिछले सात दिनों से कोविड-19 का एक भी मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, 47 जिलों में 14 दिनों से एक भी व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर नहीं मिली है। इसके अलावा, 39 जिले ऐसे हैं, जहां 21 दिनों से एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, 28 दिनों से संक्रमण की शून्य रिपोर्टिंग वाले जिलों की संख्या 17 बताई गई है।
(और पढ़ें - कोरोना वायरस: अमेरिका में कोविड-19 के लक्षणों की सूची में छह और लक्षण शामिल किए गए, जानें इनके बारे में)