8 अप्रैल 2020 के आंकड़ों की मानें तो दुनियाभर में अब तक 14 लाख से ज्यादा लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं और 83 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत की बात करें तो यहां भी कोविड-19 संक्रमितों का आंकड़ा 5 हजार को पार कर गया है और 150 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनियाभर के आंकड़ों की मानें तो अस्पताल में भर्ती मरीजों में से करीब 45 हजार से ज्यादा मरीज ऐसे हैं जिनमें कोविड-19 के गंभीर लक्षण नजर आ रहे हैं जिसमें हाइपोक्सिया यानी शरीर में ऑक्सीजन की कमी और निमोनिया शामिल है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने पहले इस संक्रामक बीमारी को नए कोरोना वायरस से होने वाला संक्रमित निमोनिया नाम दिया था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर सार्स-सीओवी-2 वायरस से होने वाली बीमारी कोविड-19 रख दिया गया। दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर फिलहाल इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में लगे हैं ताकि बीमारी का इलाज खोजा जा सके और बीमारी को बढ़ने से और इसके लक्षण को गंभीर होने से रोका जा सके। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आखिर निमोनिया और कोविड-19 इंफेक्शन के बीच क्या कनेक्शन है?
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