दुनियाभर में जहां इस वक्त कोविड-19 का कहर जारी है वहीं अमेरिका और ब्रिटेन में कावासाकी रोग ने लोगों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। इटली में डॉक्टरों ने इस बीमारी को कोविड-19 से संबंधित बताते हुए इसके प्रमाण प्रस्तुत किए हैं। लैंसेट में छपी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इटली के बर्गामो प्रांत में कोविड-19 संक्रमण शुरू होने के बाद बच्चों में कावासाकी नामक इस रोग के लक्षण पाए गए। यह बच्चों में होने वाला एक प्रकार का इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम है जो कई बार घातक भी हो सकता है। गंभीर मामलों में बच्चों को आईसीयू में भी रखने की जरूरत पड़ सकती है। पिछले महीने पहली बार बच्चों में लक्षण देखने को मिले थे। अस्पतालों में इससे संक्रमित बच्चों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए नेशनल हेल्थ सिस्टम (एनएचएस) के विशेषज्ञों ने अलर्ट जारी किया था।
हाल में लंदन के एक अस्पताल में इस रोग से मौत का पहला मामला सामने आया। इसमें 14 वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं देशभर में करीब 100 बच्चों का इलाज चल रहा है। ब्रिटेन में इस बीमारी के पहले मामले के बाद से अमेरिका, फ्रांस, स्पेन, इटली और स्विट्जरलैंड में अब तक दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं।
सार्स-सीओवी-2 वायरस है कावासाकी का कारण
कावासाकी के हालिया मामले इटली के बर्गामो शहर से सामने आए हैं। यह शहर इटली में कोरोनो वायरस संक्रमण और मौतों की उच्चतम दर वाला रहा है, ऐसे में चिंता और बढ़ गई है। स्थानीय पापा जियोवानी 23 अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड से पता चला है कि बर्गामो में कोविड का संक्रमण बहुत अधिक है, उसी के अनुपात में कावासाकी के मामलों में भी वृद्धि देखने को मिली है। पिछले पांच वर्षों में जहां हर तीन-तीन महीने में ऐसा एक मामला देखने को मिलता था वहीं अब यह आंकड़ा प्रतिमाह 10 से अधिक हो गया है।
मेडिकल रिकॉर्ड के मुताबिक मध्य फरवरी से मध्य अप्रैल के बीच इस बीमारी के इलाज के लिए लाए गए 10 बच्चों का परीक्षण हुआ। इनमें से 8 बच्चों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई। डॉक्टरों का मानना है कि शेष दो बच्चों के परीक्षण के परिणामों में कोई त्रुटि हो सकती है।
अस्पताल में बाल स्वास्थ्य के निदेशक डॉ लोरेंजो डी'एंटीगा के मुताबिक, हमारे अध्ययन से स्पष्ट है कि इस बीमारी का सार्स-सीओवी-2 वायरस से संबंध है। हम स्पष्ट कह सकते हैं कि कावासाकी नामक यह रोग भी सार्स-सीओवी-2 वायरस के कारण हो रहा है। हमें आशा है कि दुनियाभर के डॉक्टरों को इस रिपोर्ट से बीमारी को पकड़ने और उसके इलाज में मदद मिलेगी। अस्पताल के एक अन्य बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अननिलेसा गर्वसोनी का कहना है कि जो अध्ययन किया गया है उसमें साफ देखने को मिलता है कि सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित बच्चों में से कुछ में ही कावासाकी रोग के लक्षण विकसित होते हैं। हालांकि, बच्चों में वायरस के कारण और परिणामों को समझना महत्वपूर्ण है।
क्या है कावासाकी
कावासाकी रोग एक दुर्लभ स्थिति है जो आमतौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है। इस बीमारी के चलते रक्त वाहिकाएं और कभी-कभी हृदय में भी सूजन आ जाती है। इस बीमारी में बच्चों में तेज बुखार, त्वचा पर चकत्ते, आंखों के लाल होने, होंठ फटने और पेट दर्द जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। संक्रमित बच्चों में से एक चौथाई को हृदय संबंधी जटिलताओं की भी शिकायत रहती है। हालांकि, अगर उन्हें पर्याप्त इलाज मिल जाए तो स्थिति को घातक होने से रोका जा सकता है।
उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 महामारी के बीच कावासाकी रोग ने बढ़ाई चिंता, डॉक्टरों का दावा दोनों में संबंध है
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