नए कोरोना वायरस ने दुनिया भर में अब तक करोड़ों लोगों को संक्रमित कर दिया है और लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है। यही वजह है कि आम लोग संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टरों और वैज्ञानिकों द्वारा सुझाए गए ऐहतियाती कदमों का पालन कर रहे हैं। इसमें समय-समय पर साबुन पानी से हाथ धोना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और फेस मास्क पहनना शामिल है।
मौजूदा स्थिति के हिसाब से देखा जाए तो घर से बाहर रहने पर लगातार फेस मास्क लगाए रखना जरूरी भी है। लेकिन हाल ही में कुछ लोगों ने पूरे दिन मास्क लगाने के बाद कुछ समस्याओं का सामने करने की बात कही। विशेष रूप से लोगों में दांत और मुंह संबंधी बीमारियां अधिक सामने आ रही हैं जिसे दंत रोग विशेषज्ञों ने “मास्क माउथ” का नाम दिया है।
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आखिर मास्क माउथ क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक फेस मास्क पहनने के बाद मुंह से बदबू संबंधी किसी परेशानी का अनुभव करता है, तो वह अकेला नहीं है। इन दिनों दंत चिकित्सकों के पास ऐसे कई सारे मामले आ रहे हैं जिसमें सांस की बदबू और दांत संबंधी शिकायतें जैसे दांतों में सड़न, दांतों की उपरी सतह पर होने वाला इंफेक्शन, कैविटीज और मसूड़ों में सूजन जैसी समस्याएं शामिल हैं। हैरानी की बात ये है कि जिन लोगों में कभी डेंटल प्रॉब्लम का कोई इतिहास नहीं रहा उन लोगों में भी कैविटीज और सूजन जैसी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं।
मास्क लगाने का सांस की बदबू से क्या संबंध है?
अब सवाल यह उठता है कि आखिर मास्क और मुंह से जुड़ी समस्याओं का आपस में क्या संबंध है? दरअसल, हैलिटोसिस को सांसों की बदबू के रूप में भी जाना जाता है जो आमतौर पर मुंह में लार के कम उत्पादन का नतीजा है। लार मुंह में एसिड को बेअसर करता है और दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी को होने से रोकता है। जब हम मास्क पहनते हैं, तो हमारी नाक आंशिक रूप से बंद हो जाती है, इसलिए हम मुंह से सांस लेने लगते हैं। इससे मुंह सूखने लगता है और लार की मात्रा कम होने लगती है। इससे मुंह में बैक्टीरिया तेजी से बनने लगते हैं जिस कारण सांस की बदबू और दांतों में सड़न की समस्या पैदा होने लगती है।
इसके अलावा, जब हम मुंह पर मास्क लगाकर रखते हैं तो हम पानी भी कम पीते हैं। इससे डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी होना) की समस्या उत्पन्न होती है। इस तरह से देखें तो मुंह का सूखना और पानी कम पीना इन दोनों ही परेशानियां के चलते मुंह से जुड़ी बीमारियां होती हैं।
जो लोग कुछ ही देर के लिए घर से बाहर निकलते हैं और एक या दो घंटे के लिए ही मास्क पहनते हैं उनकी तुलना में दिन भर मास्क पहनने वाले लोगों को मुंह संबंधी समस्याओं (ओरल प्रॉब्लम) का अधिक खतरा होता है। इसके अलावा, जिन लोगों को पहले से ही दांत या मुंह संबंधी बीमारियां हैं उनमें यह समस्या होने का खतरा अधिक होता है।
इस समस्या से कैसे छुटकारा पाएं
यहां कुछ चीजें हैं जिनका पालन कर आप दांत और मुंह की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं-
- पानी पीते रहें- जितना हो सके दिन भर पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। यह आपके मुंह के पीएच बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है और बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है।
- संतुलित भोजन करें- चाय-कॉफी, चीनी, प्रसंस्कृत भोजन (डिब्बाबंद खाना) जैसी चीजें मास्क माउथ के लक्षणों का कारण बन सकती हैं। इसलिए अपने खाने में फाइबर से भरपूर स्वस्थ भोजन को शामिल करें।
- अपना मास्क साफ करें- अपने मास्क को रोजाना साफ करें। गंदा मास्क पहनने से न केवल ओरल प्रॉब्लम होने का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि गले में खराश भी हो सकती है।
- मुंह की सफाई का ध्यान रखें- अपने दांतों को दिन में दो बार ब्रश से साफ करें। अगर संभव हो, तो हर बार भोजन करने के बाद अपने मुंह को फ्लॉस से साफ जरूर करें।
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