कोविड-19 एक बिलकुल नया इंफेक्शन है और दिसंबर 2019 में पहली बार इसके मामले सामने आए थे। चूंकि अब तक इस बीमारी का कोई इलाज या वैक्सीन खोजा नहीं जा सका है। लिहाजा प्रिकॉशन से जुड़े सभी जरूरी कदम उठाकर ही हम इस इंफेक्शन से बच सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO की मानें तो इस नए कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से होने वाली बीमारी कोविड-19 से खुद को बचाने और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए 5 जरूरी कदम उठाने की जरूरत है:
- समय-समय पर अपने हाथों को साबुन-पानी से धोते रहें
- खांसते या छींकते वक्त अपने चेहरे को टीशू या कोहनी से ढक लें
- अपने चेहरे को न छूएं
- दूसरों से कम से कम 3 फीट की दूरी (फिजिकल डिस्टेंसिंग) बनाकर रखें
- अगर आप बीमार महसूस कर रहे हों तो जरूरी कदम उठाएं
कोरोना वायरस से बचने के लिए अपना चेहरा छूने से खुद को रोकना क्यों जरूरी है यह जानने के लिए पहले हमें ये समझना होगा कि आखिर यह वायरस फैलता कैसे है। अगर आप किसी ऐसी सतह को छूते हैं जिस पर कोविड-19 का वायरस सक्रिय है तो वायरस आपके हाथों पर चिपक जाता है और फिर अगर बिना हाथ धोए, आप अपने चेहरे को हाथ लगाते हैं तो यह वायरस आपके हाथ से चेहरे तक पहुंच जाता है और फिर आंख, नाक और मुंह की श्लेष्मा झिल्ली के जरिए यह वायरस शरीर के अंदर प्रवेश कर जाता है।
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लेकिन कितनी भी कोशिश कर लें अपने चेहरे को बार-बार छूने की आदत को छोड़ना इतना आसान नहीं है। यह आदत इतनी सहज है कि कई बार हम इसे नोटिस भी नहीं कर पाते कि आखिर हम दिनभर में कितनी बार अपने चेहरे को छूते हैं। जर्नल ऑफ ऑक्यूपेशनल एंड इन्वायरनमेंटल हाइजीन में साल 2008 में प्रकाशित एक स्टडी में यह बात सामने आयी कि औसतन एक व्यक्ति 1 घंटे में करीब 16 बार अपने चेहरे को छूता है। वहीं, एक दूसरी स्टडी अमेरिकन जर्नल ऑफ इंफेक्शन कंट्रोल में छपे शोध के अनुसार, 1 घंटे में मेडिकल स्टूडेंट्स ने लगभग 23 बार अपने चेहरे पर हाथ रखा और इनमें से 44 प्रतिशत बार उन्होंने श्लेष्मा झिल्ली को भी हाथ लगाया।
चेहरा छूने की अपनी इस आदत को छोड़ने के लिए आप इन टिप्स को अपना सकते हैं: