देश में कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 5,865 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 169 की मौत हो गई है। दूसरी तरफ, लॉकडाउन और हॉटस्पॉट सीलिंग को लेकर देशभर में चर्चा गर्म है। इस बीच गुरुवार शाम को स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं। इसमें उसने बताया कि कोविड-19 को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम किस स्टेज पर हैं।
खबरों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के हेल्थ सेक्टर से जुड़ी कंपनियों ने कोविड-19 से निपटने के लिए जरूरी सामान की सप्लाई शुरू कर दी है। उसने बताया कि 20 कंपनियों की तरफ से प्रोटेक्टिव पर्सनल इक्वपमेंट यानी पीपीई, सर्जिकल मास्क और वेंटिलेटर्स की आपूर्ति शुरू हो गई है। मंत्रालय ने जानकारी दी कि सरकार ने एक करोड़ 70 लाख पीपीई का ऑर्डर दिया है, जिनकी सप्लाई शुरू हो गई है। इसके अलावा 49,000 वेंटिलेटर्स का भी ऑर्डर सरकार की तरफ से दिया गया है।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्रालय ने बताया कि हरियाणा के करनाल में 'अडॉप्ट ए फैमिली' अभियान के तहत 13,000 जरूरतमंद परिवारों को 64 लाख रुपये बतौर सहायता राशि दिए गए हैं। वहीं, रेलवे ने 2,500 से ज्यादा डॉक्टरों और 35,000 से ज्यादा पैरामेडिक्स स्टाफ की तैनाती की है। इनके जरिये 586 हेल्थ यूनिट, 45 सब-डिविजनल अस्पताल, 56 डिविजनल अस्पताल, आठ प्रोडक्शन यूनिट हॉस्पिटल और 16 जोनल अस्पताल कोविड-19 से निपटने के लिए अपनी विशेष सेवाएं देंगे।
इसके अलावा 80,000 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करने के लिए रेलवे 5,000 कोचों (रेल के डिब्बे) को आइसोलेशन यूनिट में तब्दील कर रहा है। बताया गया है कि इनमें से 3,250 का रूपांतरण किया जा चुका है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक देशभर में कोविड-19 से जुड़े एक लाख 30 हजार टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें से 5,734 (जो अब बढ़ गए हैं) पॉजिटिव पाए गए हैं। इस आधार पर सरकार ने कहा कि पिछले एक से डेढ़ महीने के दौरान देश में कोरोना वायरस से लोगों के संक्रमित होने की दर तीन से पांच प्रतिशत रही है, जो (अभी तक) तेजी से नहीं बढ़ी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को 13,143 टेस्ट किए गए।