भारत में कोविड-19 बीमारी के मरीजों की संख्या 870 से ज्यादा हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर आज जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 873 लोग नए कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 19 की मौत हो चुकी है। हालांकि शुक्रवार की मीडिया रिपोर्टों में यह संख्या 20 बताई गई थी। वहीं, शनिवार को आई ताजा मीडिया अपडेट्स के मुताबिक, कोविड-19 से देश के दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल में पहले मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। फिलहाल आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है। इसके अलावा, एक महत्वपूर्ण खबर यह है कि भारतीय वैज्ञानिकों ने नए कोरोना वायरस की तस्वीर लेने में कामयाबी हासिल की है।

बहरहाल, इन 873 मरीजों में से 826 भारतीय नागरिक हैं। बाकी मामले विदेशी नागरिकों से जुड़े हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां कोरोना वायरस के संक्रमण से 180 लोगों के बीमार होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें तीन विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। केरल में कमोबेश यही स्थिति है। यहां अब तक 173 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से आठ विदेशी नागरिक हैं।

वहीं, कर्नाटक में 55, राजस्थान-तेलंगाना में 48,  गुजरात-उत्तर प्रदेश में 45, दिल्ली में 39, पंजाब-तमिलनाडु में 38, हरियाणा में 33 और मध्य प्रदेश में 30 मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में 18, पश्चिम बंगाल में 15, आंध्र प्रदेश में 14 और लद्दाख में 13 मामलों की पुष्टि हुई है। बाकी प्रभावित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बिहार (9), चंडीगढ़ (7), छत्तीसगढ़ (6), उत्तराखंड (5), गोवा (3), हिमाचल प्रदेश (3), ओडिशा (3), अंडमान-निकोबार (2), मणिपुर (1), मिजोरम (1) और पुदुचेरी (1) शामिल हैं।

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24 घंटे में मरीजों की अभी तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी
शुक्रवार सुबह से आज सुबह तक देश में कोरोना वायरस के करीब 150 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर शुक्रवार सुबह जारी किए ताजा आंकड़ों में मरीजों की संख्या 724 बताई गई थी। वहीं, आज सुबह की अपडेट में यह आंकड़ा 873 हो गया है। यानी इन 24 घंटों के दौरान देश में 149 नए मामले सामने आए, जो इस अवधि में नए मरीजों की अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है।

मुंबई में 24 घंटों में 50 मामले, केरल में पहली मौत
सरकारी अपडेट्स के हिसाब से देखें तो शुक्रवार और शनिवार की सुबह के बीच महाराष्ट्र में 50 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से पांच की मौत हो चुकी है। हालांकि 25 लोगों की जान बचा ली गई है। कोरोना संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित दूसरा राज्य केरल है। मीडिया और सरकारी अपडेट्स के आधार पर देखें तो बीते दिन यहां 36 से 39 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि यहां अब तक 11 मरीजों को बचा लिया गया है। वहीं, शनिवार को आई मीडिया रिपोर्टों की मानें तो केरल के एर्नाकुलम में कोविड-19 से पहले व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। पीड़ित की उम्र 69 वर्ष बताई गई है। अधिकारियों के मुताबिक, वह हाल ही में दुबई से लौटा था।

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भारतीय वैज्ञानिकों ने ली कोरोना वायरस की फोटो
इस बीच, कोरोना वायरस से लड़ाई में भारतीय वैज्ञानिकों ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। खबर है कि देश के वैज्ञानिक कोविड-19 बीमारी का कारण बने कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 की पहली तस्वीर लेने में कामयाब हुए हैं। मीडिया रिपोर्टों में यह तस्वीर देखी जा सकती है। इससे पहले भारत के वैज्ञानिकों ने सार्स-सीओवी-2 का असली नमूना हासिल करने में कामयाबी पाई थी। यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत पांचवा देश है।

स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी पत्रिका ‘इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने यह फोटो खींची है। माइक्रोस्कॉप की मदद से पता चला है कि कोरोना वायरस का आकार 70 से 80 नैनोमीटर है। यानी यह एक इंसानी बाल से भी पतला है। खबरों के मुताबिक, नए कोरोना वायरस की तस्वीर उस ब्लड सैंपल में पाई गई है जिसे केरल की उस महिला के शरीर से लिया गया था जो भारत में कोविड-19 की पहली मरीज थी। यह महिला अब पूरी तरह ठीक है। तस्वीर के सामने आने के बाद कहा जा रहा है कि इसकी मदद से सार्स-सीओवी-2 को समझने और उससे जुड़ी वैक्सीन बनाने में मदद मिल सकती है।

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हजारों वेंटिलेटर खरीदने की तैयारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना वायरस से फैली बीमारी के चलते पैदा हुए हालात को नियंत्रित करने में जुटा है। इस सिलसिले में सरकार अगले तीन महीनों में यानी जून तक 40,000 से अधिक वेंटिलेटर खरीदने की तैयारी कर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह जानकारी दी। उनके मुताबिक, पीएसयू (पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग) के तहत 10,000 वेंटिलेटर बनाने के लिए कहा गया है और अन्य 30,000 वेंटिलेटर्स का निर्माण भारत इलेक्ट्रिकल्स द्वारा किया जाएगा। लव अग्रवाल ने यह भी बताया, ‘पहले दिन से हमारी रणनीति रही है कैसे स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत बना जा सकें। इसके तहत 22 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को 50 लाख बीमा का लाभ मिलेगा।’

डब्ल्यूएचओ के ट्रायल में शामिल होगा भारत
कोविड-19 के इलाज के लिए दवा और वैक्सीन बनाने की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुहिम में अब भारत भी शामिल हो गया है। खबर है कि भारतीय वैज्ञानिक भी डब्ल्यूएचओ द्वारा स्वीकृत चार दवाओं के क्लीनिकल ट्रायल में प्रमुख भागीदार होंगे। वहीं, भारतीय वैज्ञानिकों के हवाले से बताया गया है कि वे डब्ल्यूएचओ के 'सॉलिडेरिटी प्रोजेक्ट' में शामिल होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गौरतलब है कि इस ट्रायल में चार अलग-अलग दवाओं या ड्रग्स कॉम्बिनेशन पर परीक्षण किया जाएगा।

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