कोविड-19 बीमारी की जांच के लिए भारत ने अपना पहला स्वदेशी एंटीबॉटी टेस्ट विकसित कर लिया है। इस टेस्ट का नाम 'एलिसा' है, जिसकी किट को 'कोविड कवच एलिसा' नाम दिया गया है। पुणे स्थित नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरॉलजी (NIV) द्वारा तैयार किया गया एंटीबॉडी टेस्ट 'एलिसा' (एंजाइन-लिंक्ड इम्यूनोसोरबेंट एस्से) एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है। जानकारी के मुताबिक, इसकी किट रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट जैसी ही है, जो किसी व्यक्ति के खून की जांच कर यह पता लगाती है कि वह कोविड-19 के इन्फेक्शन से संक्रमित है या नहीं।
'कोविड कवच एलिसा' का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए आईसीएमआर ने भारतीय फार्मा कंपनी जाइडस कैडीला के साथ साझेदारी की है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने कोविड कवच एलिसा की 30 हजार किट्स तैयार कर आईसीएमआर को दे भी दिया है। केंद्र सरकार ने भी इस टेस्ट के जरिये कोविड-19 के परीक्षण को मंजूरी दे दी है। इस एलिसा टेस्ट के जरिये ढाई घंटे में एक साथ 90 सैंपलों की जांच कर परिणाम प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही एलिसा-आधारित परीक्षण जिला स्तर पर किए जा सकते हैं।