कोविड-19 के संभावित इलाज में रेमडेसिविर दवा को लेकर वैज्ञानिकों के बीच लगातार बहस जारी है। अमेरिका ने इस दवा को कोरोना वायरस के इलाज में पूरी तरह से मंजूरी दी है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ अभी तक इससे इनकार कर रहा है। दूसरी ओर भारत में कोरोना के मामलों में इस दवा के पूरी तरह से इस्तेमाल को लेकर एक आवेदन दिया था, जिसे केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन यानी सीडीएससीओ के एक विशेषज्ञ पैनल ने खारिज कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की फार्मास्युटिकल कंपनी डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने कोविड-19 के मामलों में सीडीएससीओ से रेमडेसिविर दवा के उपयोग करने की मांग की थी, लेकिन संगठन ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। साथ ही कहा कि दवा पर लगा प्रतिबंध जारी रहेगा। हालांकि, विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि दवा को इमरजेंसी की स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है।

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दवा के मार्केटिंग अधिकार को मंजूरी नहीं - एसईसी
दरअसल बीते गुरुवार को कोविड-19 के विषय पर एक्सपर्ट कमेटी की एक बैठक हुई थी जिससे जुड़ी अहम जानकारी बीते सोमवार सार्वजनिक की गई। इसमें बताया गया "बड़े सोच-विचार के बाद कमेटी ने फैसला किया है कि रेमडेसिविर दवा के पूरी तरह से मार्केटिंग अधिकार को मंजूरी नहीं दी जा सकती है। हालांकि, इमरजेंसी में दवा का इस्तेमाल जारी रहेगा।" उल्लेखनीय है कि डॉ. रेड्डी लेबोरेटरीज देश के उन सात निर्माताओं में से एक हैं, जिन्होंने भारत समेत कम और मध्यम आय वाले 120 देशों में दवा के निर्माण और बिक्री के लिए गिलियड के साथ वॉलेंटरी लाइसेंस समझौता किया है। इसमें अन्य निर्माताओं के तौर पर सिप्ला, जुबिलेंट लाइफ साइंसेज, हेटेरो ड्रग्स, माइलान, जाइडस कैडिला और बायोकॉन सब्सिडरी सिंजिन इंटरनेशनल शामिल हैं।

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अमेरिका ने पिछले महीने दवा को दी थी मंजूरी
एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अमेरिका ने इस दवा के पूरी तरह से इस्तेमाल को लेकर मंजूरी दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीते 22 अक्टूबर को अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन यानी एफडीए द्वारा गिलियड साइंसेज इंक की इस दवा को अप्रुवल दिया था। एफडीए ने इस दवा की मंजूरी तब दी थी जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सॉलिडैरिटी ट्रायल में इस दवा से जुड़े नकारात्मक नतीजे सामने आए थे। पिछले महीने जारी किए गए इस ट्रायल के आंकड़ों में रेमडेसिविर दवा कोविड-19 के रोगियों के इलाज में बेअसर साबित हुई। हालांकि, कोविड-19 के इलाज में अनुमोदित की गई किसी भी दवा के रूप में रेमडेसिविर पहली ड्रग है जिसे अमेरिकी के एफडीए की ओर से मंजूरी दी गई थी।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें भारत में कोविड-19 के इलाज में रेमडेसिविर दवा के पूरी तरह के इस्तेमाल की मांग खारिज, डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने दिया था प्रस्ताव है

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