दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच यहां कोविड-19 की संभावित 'तीसरी लहर' को लेकर अटकलें लगना शुरू हो गई हैं। बुधवार को दिल्ली में रिकॉर्ड 5,673 कोविड-19 मामले सामने आए हैं। इससे पहले राजधानी में कभी भी एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में लोग सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। ऐसे में मेडिकल जानकारों से लेकर आम लोगों तक के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या दिल्ली में कोरोना वायरस की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। इस सिलसिले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में आई बढ़ोतरी कोरोना वायरस की 'तीसरी लहर' की शुरुआत का संकेत है। हालांकि सत्येंद्र जैन ने इससे इनकार भी नहीं किया और कुछ दिन इंतजार करने की बात कही है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में सत्येंद्र जैन ने कहा है, 'ऐसा कहना काफी जल्दबाजी भरा होगा कि दिल्ली में कोविड-19 की तीसरी लहर चल रही है। हमें ऐसा दावा करने से पहले एक और हफ्ता इंतजार करना चाहिए। लेकिन यह संभव है कि हम इस चरण में पहले ही आ चुके हों।' जैन ने इशारों में कहा कि संक्रमण बढ़ने की उम्मीद नहीं की गई थी, लेकिन यह त्योहारी सीजन है और मौसम भी थोड़ा सर्द हो चला है। उन्होंने कहा, 'हमने अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं। अब कोई व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो हम उसके पूरे परिवार और नजदीकी संपर्क में आए सभी लोगों का टेस्ट करते हैं। ऐसा एक नहीं, बल्कि दो बार किया जाता है। दूसरा टेस्ट चार-पांच दिन बाद किया जाता है।'
इससे कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक एक्सपर्ट कमेटी के हवाले से दिल्ली में कोविड-19 की तीसरी लहर आने का अंदेशा जताया था। जैन के मुताबिक, कमेटी ने बताया था कि त्योहारों और सर्दी के सीजन के कारण दिल्ली में प्रतिदिन दर्ज होने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या 12 हजार से 14 हजार तक जा सकती है। तब एएनआई से ही बातचीत में जैन ने बोला था, 'डॉ. पॉल (नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल) की एक्सपर्ट कमेटी ने कहा था कि सर्दी और फेस्टिव सीजन के चलते मामले (प्रतिदिन के हिसाब से) बढ़कर 12 हजार से 14 हजार तक जा सकते हैं। फिलहाल यह 4,000 के आसपास है यानी स्थिति नियंत्रण में है।'
हालांकि बुधवार को हुई बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि दिल्ली में कोविड-19 से बिगड़े हालात सरकार के नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं। एक दिन में 5,600 से ज्यादा नए मामले आने के बाद राजधानी में कोरोना संक्रमितों की संख्या तीन लाख 70 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या 40 नई मौतों के साथ 6,396 तक पहुंच गई है। मामले बढ़ते देख राजधानी में कोरोना संक्रमण के ट्रांसमिशन को रोकने के लिए किसी वैक्सीन या मेडिसिन की जरूरत साफ महसूस की जा रही है। खुद सरकार को इसका आभास है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले ही कह चुके हैं, 'फिलहाल कोरोना वायरस संकट खत्म होने से काफी दूर है। जब तक हमारे पास कोई वैक्सीन या दवा नहीं आ जाती, तब तक फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग ही इस बीमारी के निरोधक के रूप में हमारे विकल्प हैं।'