दिल्ली में कोविड-19 के मामलों का बढ़ना जारी है। बीते हफ्ते यहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले हफ्ते राजधानी में किए गए हर चार कोविड-19 टेस्टों में से एक पॉजिटिव निकला था। उत्तर-पूर्व दिल्ली और दक्षिण-पूर्व दिल्ली में हो रही कोरोना वायरस की टेस्टिंग की संख्या पूरी दिल्ली में हो रहे परीक्षणों से कम है, बावजूद इसके यहां पॉजिटिविटी रेट 38 प्रतिशत से ज्यादा है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पिछले हफ्ते राजधानी के इन इलाकों में हर पांच टेस्टों में से दो पॉजिटिव निकले हैं।
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आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली के सभी 11 जिलों में से सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले दक्षिण-पूर्व दिल्ली में सामने आए हैं। बीते हफ्ते यहां प्रति दस लाख पर 506 टेस्ट किए गए, जिनमें से 38.8 प्रतिशत पॉजिटिव निकले हैं। उत्तर-पूर्व दिल्ली में यह दर 38.6 प्रतिशत है। यहां प्रति दस लाख की आबादी पर 517 टेस्ट किए गए। पश्चिमी दिल्ली में प्रति दस लाख लोगों पर किए गए 1,817 टेस्ट में से 38 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव निकले। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में यह दर 36.7 प्रतिशत (1,334 टेस्ट) और पूर्वी दिल्ली में 34 प्रतिशत (1,452 टेस्ट) रही। वहीं, पूरी दिल्ली की बात करें तो इस समय प्रति दस लाख लोगों में करीब 1,262 कोरोना वायरस से पॉजिटिव निकल रहे हैं। इस समय इतनी ही आबादी पर 11,600 से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं।
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले कितनी तेजी से बढ़े हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक पॉजिटिव पाए गए कुल 25,004 मरीजों में से 10,951 यानी 43.79 प्रतिशत मरीज बीते दस दिनों में ही सामने आए हैं। बीती 28 मई को दिल्ली में पहली बार एक दिन में कोरोना वायरस के हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे। उस समय राजधानी में कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट 17 प्रतिशत से ज्यादा था, लेकिन अगले तीन दिनों में केस इतनी तेजी से बढ़े की 31 मई को यह दर 37.7 प्रतिशत हो गई।
रिकवरी रेट बिगड़ा
राजधानी में कोविड-19 का रिकवरी रेट भी घटा है। हाल के दिनों तक दिल्ली में कोरोना वायरस से बीमार पड़े लोगों के बचने की दर औसतन 40 से 45 प्रतिशत के बीच रहती थी। बीती 28 मई तक राजधानी में कोरोना वायरस के 16,281 मरीज थे, जिनमें से 7,495 को बचा लिया गया था। उस समय यहां कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट 46 प्रतिशत था। लेकिन 28 मई के बाद दिल्ली में दर्जनों की संख्या में लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मरने लगे। इस वजह से अब राजधानी में कोविड-19 का रिकवरी रेट 40 प्रतिशत से नीचे आ गया है।
मुंबई के बाद सबसे अधिक सक्रिय मामले
महाराष्ट्र के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले दिल्ली में ही हैं। इस मामले में उसने गुजरात और तमिलनाडु को भी पीछे छोड़ दिया है। आंकड़े बताते हैं कि मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 44 हजार से ज्यादा है। गुजरात और तमिलनाडु में यह आंकड़ा (क्रमशः) 4,762 और 12,134 है। वहीं, दिल्ली में कोरोना वायरस के एक्टिव केसों की संख्या 14,456 है।