भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या 97.35 लाख से ज्यादा हो गई है, जबकि इससे मारे गए लोगों का आंकड़ा 1.41 लाख के पार चला गया है। बीते 24 घंटों में देशभर में 32 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसी दौरान 402 संक्रमितों की मौत हो गई है। हालांकि 36 हजार 635 मरीजों को स्वस्थ भी करार दिया गया है। ताजा अपडेट के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की कुल संख्या 97 लाख 35 हजार 850 हो गई है। इनमें से कुल एक लाख 41 हजार 360 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, बीमारी को मात देने वाले लोगों का आंकड़ा 92 लाख 15 हजार 581 हो गया है। इसके बाद भारत में कोविड-19 का रिकवरी रेट 94.66 प्रतिशत हो गया है, जबकि मृत्यु दर अभी भी 1.45 प्रतिशत पर बनी हुई है।
उधर, कोविड-19 से ग्रस्त लोगों की पहचान करने के लिए किए जा रहे परीक्षणों की संख्या 15 करोड़ के करीब पहुंच गई है। देश की सर्वोच्च मेडिकल रिसर्च एजेंसी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बताया है कि मंगलवार को देशभर में दस लाख 22 हजार 712 कोरोना टेस्ट किए गए हैं। इससे अब तक किए गए ऐसे परीक्षणों की कुल संख्या 14 करोड़ 98 लाख 36 हजार 767 तक पहुंच गईहै। यानी बुधवार को यह आंकड़ा 15 करोड़ के पार चला जाएगा।
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दिल्ली में नई मौतों में गिरावट जारी
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या में गिरावट जारी है। मंगलवार को यहां 57 लोग कोविड-19 से मारे गए हैं। यह हाल के दिनों में राजधानी में एक दिन में मारे गए लोगों की सबसे कम संख्या है। बीती 30 नवंबर को दिल्ली में आखिरी बार 100 से अधिक कोरोना मौतें दर्ज की गई थीं। उसके बाद से इनमें हर दिन के साथ कमी देखी जा रही है। इसके अलावा, डेली केसेज में भी बड़ा अंतर आया है। नवंबर महीने की शुरुआत और मध्य में दिल्ली में प्रतिदिन औसतन 5,000 से 7,000 नए मरीजों की पुष्टि हो रही थी। दिसंबर आते-आते यह संख्या पहले 4,000 तक पहुंच गई, जो अब 3,000 के आसपास देखने को मिल रही है। मंगलवार की बात करें तो इस दिन दिल्ली में 3,188 कोविड मामले सामने आए हैं। इससे अब तक दर्ज हुए केसों की कुल संख्या पांच लाख 97 हजार से ज्यादा हो गई है, जो बुधवार को छह लाख हो सकती है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 9,763 तक पहुंच गया है।
अन्य राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र में सार्स-सीओवी-2 के संक्रमण से मारे गए लोगों की संख्या 47 हजार 827 हो गई है। यहां वायरस ने कुल 18 लाख 59 हजार 367 लोगों को संक्रमित किया है। इनमें से 4,026 लोग मंगलवार को संक्रमित पाए गए हैं। इसी दौरान 53 नई मौतें देखने को मिली हैं। कोविड-19 संकट से सबसे अधिक प्रभावित रहे दक्षिण राज्यों की बात करें तो कर्नाटक में मरीजों की संख्या नौ लाख और तमिलनाडु में आठ लाख की तरफ बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दोनों राज्यों में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या क्रमशः आठ लाख 95 हजार और सात लाख 92 हजार से अधिक हो गई है। बीते दिन दोनों ही राज्यों में 1,200 से अधिक मरीजों की पुष्टि हुई है और 13-13 नई मौतें दर्ज की गई हैं। इससे कर्नाटक में मौतों की कुल संख्या 11 हजार 880 हो गई है, जबकि तमिलनाडु में मृतकों का आंकड़ा 11 हजार 822 तक पहुंच गया है। उधर, आंध्र प्रदेश में केवल 551 नए मामलों के साथ आठ लाख 72 हजार 839 कोरोना मरीज हो गए हैं। इनमें से 7,042 की मौत हो गई है। मंगलवार को राज्य में केवल चार नई मौतें दर्ज हुई हैं।
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एक और दक्षिण राज्य केरल में हालात सुधरते नहीं दिख रहे हैं। यहां एक बार फिर 5,000 से ज्यादा नए संक्रमितों का पता चला है। इससे राज्य में कोविड-19 से जुड़े मामलों की संख्या छह लाख 44 हजार से आगे चली गई है। इनमें से 2,472 मामलों में मरीजों की मौत हो गई है। बीते दिन केरल में 31 नई मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, देश के दूसरे हिस्सों के आंकड़े देखें तो पश्चिम बंगाल के हालात में भी कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ है। यहां अभी भी प्रतिदिन 3,000 के आसपास नए मरीजों और 50 के आसपास नए मृतकों की पुष्टि हो रही है। मंगलवार को बंगाल में 2,941 लोग सार्स-सीओवी-2 की चपेट में पाए गए हैं और 49 की मौत हो गई है। इससे राज्य में कोविड मामलों की कुल संख्या पांच लाख 8,000 के करीब पहुंच गई है, जिनमें से कुल 8,820 की मौत हो गई है।
वैक्सीनेशन प्रोग्राम में मोबाइल तकनीक का इस्तेमाल: मोदी
देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की तरफ से की जा रही तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुहिम को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। मंगलवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस नामक कार्यक्रम में वर्चुअली शिरकत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि महामारी के खिलाफ व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाने के लिए मोबाइल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान मोबाइल तकनीक की मदद से ही जरूरतमंदों और गरीब लोगों तक कई प्रकार की सहायता व आर्थिक मदद पहुंचाई गई है। पीएम मोदी ने कहा, 'मोबाइल तकनीक की मदद से ही हम दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू करेंगे।' हालांकि पीएम मोदी ने यह जानकारी नहीं दी कि यह प्रोग्राम किस प्रकार शुरू किया जाएगा। हालांकि उनका यह बयान इसका एक और संकेत है कि देश में जल्दी ही कोरोना वायरस संकट को खत्म करने के लिए बड़े स्तर टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो सकती है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि देश को अब ज्यादा लंबे समय तक कोरोना वैक्सीन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
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