कोविड-19 इस समय दुनियाभर में बहस का सबसे बड़ा मुद्दा है। नए कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 के चलते सामने आई इस नई बीमारी ने दुनियाभर के करोड़ों लोगों को घरों में ही रहने को मजबूर कर दिया है। अभी तक साढ़े पांच लाख से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, करीब 25,000 लोगों की मौत हो गई है। सभी देशों की सरकारें कोविड-19 का इलाज ढूंढने में लगी हुई हैं। सभी को इस संकटकाल के खत्म होने का इंतजार है। हालांकि हकीकत यह है कि यह संकट जल्दी खत्म नहीं होने वाला। ऐसे में हम आपके लिए इस संकटकाल से जुड़ी कुछ अहम घटनाएं समेट कर लाए हैं।
दिसंबर, 2019
30 दिसंबर, 2019: चीन के एक डॉक्टर ली वेनलियांग को एक मरीज की रिपोर्ट में सार्स कोरोना वायरस जैसे विषाणु का पता चला। उसी दिन शाम को उन्होंने एक ऑनलाइन चैट के जरिये अपने साथियों इस बारे में बताया। उन्होंने अपनी साथियों से यह भी कहा कि वे अपने परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों को सावधान कर दें। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, चीन की सरकार ने इस जानकारी को छिपाने की कोशिश की और डॉक्टर वेनलियांग पर कानूनी कार्रवाई की।
31 दिसंबर, 2019: चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को जानकारी दी कि उसके हुबेई प्रांत के वुहान शहर में एक अनजान वायरस के चलते निमोनिया के केस सामने आए हैं।
जनवरी, 2020
एक जनवरी, 2020: चीन की उस सीफूड मार्केट को बंद किया गया, जहां पहली बार नए कोरोना वायरस की मौजूदगी पाए जाने का दावा किया गया।
चार जनवरी, 2020: डब्ल्यूएचओ ने बताया कि वह चीन के साथ सहयोग कर निमोनिया के मामलों की जांच कर रहा है और हालात पर बनाए हुए है।
पांच जनवरी, 2020: चीन ने उन अटकलों को खारिज किया, जिनमें कहा गया था कि वहां सिविर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिन्ड्रोम यानी सार्स कोरोना वायरस की वापसी हुई है। इस वायरस ने 2002-2003 में चीन 774 लोगों की जान ली थी।
सात जनवरी, 2020: डब्ल्यूएचओ ने एक नए वायरस के वजूद में आने की पुष्टि की। उस समय इसका कोडनेम 2019-nCoV रखा गया। बताया गया कि नया विषाणु कोरोना वायरस परिवार का नया सदस्य है, जिसमें अलग-अलग नाम (जैसे सार्स और मार्स) के कोरोना वायरस पहले से मौजूद हैं।
11 जनवरी, 2020: चीनी मीडिया ने नए कोरोना वायरस से पहले व्यक्ति की मौत की पुष्टि की। वुहान शहर के पीड़ित की उम्र 61 वर्ष थी, जिसमें वायरस से जुड़े लक्षणों की पुष्टि हुई थी।
12 जनवरी, 2020: चीन ने नई बीमारी की डायग्नॉस्टिक किट तैयार करने के लिए नए कोरोना वायरस के जेनेटिक सीक्वेंस अन्य देशों से साझा किए।
13 जनवरी, 2020: चीन के बाहर पहली बार किसी अन्य देश में नए कोरोना वायरस की पुष्टि। थाइलैंड में संक्रमण के फैलने की पुष्टि के बाद डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसे पहले से आशंका थी कि 2019-nCoV चीन के बाहर अन्य देशों में भी फैलेगा। इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इसीलिए उसने जोर देकर बाकी देशों से कहा कि वे इस मामले में निगरानी बरतें और तैयारी करें।
20 जनवरी, 2020: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि। पीड़ित की उम्र 35 साल।
चीन ने पहली बार अपने नागरिकों के आगे स्वीकार किया कि देश में लोग एक वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
21 जनवरी, 2020: चीनी सरकार के छह मौतों और 440 नए मरीजों की पुष्टि करने से नागरिकों में हड़कंप।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का प्रतिनिधि मंडल वुहान पहुंचा और हालात का जायजा लिया।
22 जनवरी, 2020: इंग्लैंड सरकारी स्वास्थ्य एजेंसी ने नए कोरोना वायरस से पैदा हुए खतरे का स्तर 'बहुत कम' से 'कम' किया।
23 जनवरी, 2020: चीन का वुहान शहर बाकी दुनिया से पूरी तरह अलग-थलग (क्वारंटाइन) किया गया। कुछ ही दिनों बाद पूरा हुबेई प्रांत क्वारंटाइन किया गया।
दक्षिण कोरिया, जापान, थाइलैंड और सिंगापुर में मामले सामने आने के बाद डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसुस ने आपातकालीन समिति की पहली बैठक बुलाई। लेकिन समिति के कई सदस्यों ने कहा कि अभी इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर की पब्लिक हेल्थ एमरजेंसी यानी पीएचईआईसी घोषित करना जल्दबाजी होगी।
27 जनवरी, 2020: चीन में कोरोना के मृतकों की संख्या सौ के पार हुई।
28 जनवरी, 2020: कोरोना संकट पर बातचीत के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य नेताओं ने राजधानी बीजिंग में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक और उच्चाधिकारियों संग बैठक की।
29 जनवरी, 2020: युनाइटेड किंगडम (यूके) में पहली बार कोरोना वायरस के दो मरीजों की पुष्टि। दोनों पीड़ित चीनी नागरिक।
30 जनवरी, 2020: नए कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट को वैश्विक संकट या पीएचईआईसी घोषित किया गया।
इसी दिन इटली के संकट की शुरूआत हुई। इटैलियन प्रधानमंत्री गियुसेपे कोंते ने दो मरीजों की पुष्टि करते हुए कहा था, 'घबराने की जरूरत नहीं।'
भारत के केरल राज्य में एक छात्रा के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि। पीड़िता चीन से भारत लौटी थी।
31 जनवरी, 2020: अमेरिकी सरकार ने चीन से आने वाले सभी विदेशी नागरिकों के अमेरिका आने पर रोक लगाई।
फरवरी, 2020
एक फरवरी: स्पेन में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया।
भारत ने चीन के वुहान शहर से 324 लोगों को निकाला, ज्यादातर भारतीय।
दो फरवरी, 2020: चीन के बाहर फिलिपींस में कोरोना वायरस से पहली मौत। भारत के केरल राज्य के अल्प्पुझा में दूसरे केस की पुष्टि हुई।
भारतीय वायु सेना का एक और विमान 323 भारतीयों और सात मालदीव के नागरिकों को लेकर स्वेदश लौटा।
तीन फरवरी, 2020: केरल में तीसरे मरीज की पुष्टि। तीनों पीड़ित चीन से लौटे थे।
चार फरवरी: जापान के योकोहामा बंदरगाह पर डायमंड प्रिंसेस क्रूज शिप को अगले दो हफ्ते के लिए रोका गया। इस शिप का एक बुजुर्ग यात्री हांगकांग में कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया था। शिप में 3,700 से ज्यादा लोग सवार थे। इनमें से 138 भारतीय नागरिक थे।
बेल्जिय में पहला केस सामने आया।
हांगकांग में कोविड-19 से पहली मौत की पुष्टि।
पांच फरवरी, 2020: वैश्विक समुदाय ने नए कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा पीड़ित और कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था वाले देशों के लिए 675 मिलियन डॉलर (5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा) की मदद मांगी।
वुहान में मरीजों की संख्या 10 हजार के पार गई।
सात फरवरी, 2020: नए कोरोना वायरस के बारे में सबसे पहले आगाह करने वाले चीनी डॉक्टर ली वेनलियांग की संक्रमण से मौत। इसके बाद चीनी नागरिकों में सरकार के खिलाफ जबर्दस्त गुस्सा देखने को मिला।
ब्राजील ने चीन के वुहान शहर से एक भारतीय को निकाला।
आठ फरवरी, 2020: चीन के वुहान शहर में पहले अमेरिकी नागरिक मौत।
बीजिंग में ऐसे पहले मरीज की पुष्टि हुई, जिसे पहले दो टेस्टों में नेगेटिव पाया गया था।
नौ फरवरी, 2020: नए कोरोना वायरस से होने वाली मौतों (811) का आंकड़ा 2002-2003 के सार्स कोरोना वायरस संकट (774 मौतें) से ज्यादा हुआ।
चीन में मरीजों की संख्या 40 हजार के पार हुई।
10 फरवरी, 2020: संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय नागरिक के संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
11 फरवरी, 2020: नए कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी को आधिकारिक नाम 'सीओवीआईडी-19' दिया गया, जिसे 'कोविड-19' भी कहा जाता है। वायरस का आधिकारिक 'सार्स-सीओवी-2' रखा गया।
12 फरवरी, 2020: कोविड-19 की दक्षिण कोरिया में दस्तक। यूके की राजधानी लंदन में पहला केस सामने आया।
13 फरवरी, 2020: जापान में कोरोना वायरस से पहली मौत।
चीन में मरीजों से जुड़ी परिभाषा में बदलाव की वजह से एक दिन में नए संक्रमितों की संख्या अचानक 14,840 और मृतकों की संख्या 242 हुई। इसके चलते पूरी दुनिया में हंगामा मचा। बाद में चीन की तरफ से साफ किया गया कि ऐसा गलत जानकारी शेयर किए जाने की वजह से हुआ था। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अब से वह केवल लैब में कन्फर्म हुए मामलों की ही रिपोर्ट देगा।
14 फरवरी, 2020: मिस्र में पहला केस सामने आया।
16 फरवरी, 2020: ताइवान में पहली मौत।
17 फरवरी, 2020: चीन में मरीजों की संख्या 70,000 के पार पहुंची। मृतकों का आंकड़ा 1,770 हुआ।
डब्ल्यूएचओ ने सार्वजनिक रूप से इकट्ठे होने, बीमार यात्रियों की देखभाल को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए।
18 फरवरी, 2020: चीन में पहली बार नए मामले 2,000 से नीचे गए।
19 फरवरी, 2020: ईरान में पहले दो मरीजों की पुष्टि, दोनों की मौत।
'डायमंड प्रिंसेस' क्रूज शिप में संक्रमितों की संख्या 621 हुई, यात्रियों को निकालने की प्रक्रिया शुरू।
20 फरवरी, 2020: दक्षिण कोरिया में सौ से ज्यादा मरीज हुए, पहली मौत की पुष्टि।
21 फरवरी, 2020: डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा, कोरोना संकट को रोकने का अवसर लगातार हो रहा कम, वैश्विक समुदाय जल्दी से जल्दी कदम उठाए।
इजरायल में पहला मामला सामने आया, पीड़ित 'डायमंड प्रिंसेस' का यात्री।
22 फरवरी, 2020: एक विश्लेषण के आधार पर रिपोर्ट आई कि नया कोरोना वायरस का चीन के मछली बाजार में आने से पहले कहीं और वजूद में आया था।
24 फरवरी, 2020: कोविड-19 संकट के बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतेरेस पहली बार डब्ल्यूएचओ कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि लोगों को डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
चीन में मृतकों का आंकड़ा 2,595 हुआ।
अफगानिस्तान में पहले मामले की पुष्टि।
मध्य पूर्व के कई देशों में पहुंचा कोरोना वायरस। बहरीन, इराक, कुवैत और ओमान में पहले मामलों की पुष्टि।
इसी दिन डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों का एक दल इटली पहुंचा और हालात का जायजा लिया।
25 फरवरी: इटली से दुनिया के कई देशों में कोविड-19 फैला। अल्जीरिया और ऑस्ट्रिया में पहले केस सामने आए। सभी पीड़ित इटैलियन नागरिक।
ब्राजील और क्रोएशिया में भी पहले मरीजों की पुष्टि, पीड़ित इटली से लौटे थे।
स्विट्जरलैंड की सरकार ने संक्रमण की पुष्टि की।
26 फरवरी, 2020: डब्ल्यूएचओ ने दुनियाभर के व्यवसायों और उनसे जुड़े लोगों को कोविड-19 से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा और दिशा-निर्देश जारी किए।
उत्तरी मेसिडोनिया, नॉर्वे, पाकिस्तान, रोमानिया में पहले मामले सामने आए।
27 मार्च, 2020: नीदरलैंड और सैन मरीनो में पहले मरीजों की पुष्टि।
भारत ने वुहान से 76 भारतीय और 36 विदेशी नागरिकों को निकाला।
28 फरवरी, 2020: यूके ने बीमारी के देश में घुसने की पुष्टि की। आजेरबैजान, बेलारूस, आइसलैंड, लीथुयानिया, मैक्सिको, मोनाको और न्यूजीलैंड में पहली बार कोरोना के मरीज सामने आए।
इसी दिन कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 को पहली बार डिटेक्ट किया गया।
29 फरवरी, 2020: अमेरिका में कोविड-19 से पहली मौत। इक्वाडोर, लग्जमबर्ग और कतर में पहला मामला सामने आया।
मार्च, 2020
एक मार्च, 2020: संयुक्त राष्ट्र ने कोविड-19 से संघर्ष में 112 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता राशि जारी की।
दो मार्च, 2020: ईरान में कोविड-19 से मची तबाही के बीच डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों का दल मेडिकल राहत सामग्री लेकर राजधानी तेहरान पहुंचा।
डब्ल्यूएचओ ने फिर कहा, 'इसी समय जरूरी कदम उठाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। वायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज में जा सकता है, लेकिन सही और जरूरी कदम उठाकर इसे रोका जा सकता है।'
एक महीने बाद भारत में नए मामले सामने आना शुरू हुए। दिल्ली, हैदराबाद में नए मरीजों की पुष्टि।
चार मार्च, 2020: भारत में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ी। 14 इटैलियन नागरिकों समेत कुल मरीजों का आंकड़ा 23 हुआ।
इटली में स्कूल बंद किए गए।
पांच मार्च, 2020: डब्ल्यूएचओ ने नए कोरोना वायरस के जेनेटिक सीक्वेंस की पहचान करने का दावा करते हुए कहा कि इस तरह का वायरस पहले नहीं देखा गया।
यूके में कोविड-19 से पहली मौत।
दिल्ली में नए मामलों की पुष्टि।
सात मार्च, 2020: दुनिया में कोविड-19 के मरीजों की संख्या एक लाख और मृतकों का आंकड़ा 3,500 से ज्यादा हुआ। अकेले चीन में 80,000 से ज्यादा मरीजों की पुष्टि। डब्ल्यूएचओ ने फिर कहा कि वायरस को रोका जा सकता है।
आठ मार्च, 2020: इटली ने अपने सभी नागरिकों को लॉकडाउन किया।
नौ मार्च, 2020: भारत में मरीजों की संख्या 50 के पार।
10 मार्च, 2020: भारत सरकार ने ईरान से 58 भारतीय तीर्थयात्रियों को निकाला।
11 मार्च, 2020: डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड-19 बीमारी को 'महामारी' घोषित किया गया। इसका साथ ही संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसुस ने यह भी कहा कि इस बीमारी को रोकने में 'सुस्ती' बरती गई।
एयर इंडिया का एक विमान इटली से 74 भारतीय समेत कुल 83 लोगों को भारत लेकर आया।
अमेरिकी सरकार ने यूरोप से होने वाली सभी यात्राओं पर रोक लगाई।
12 मार्च, 2020: भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत। कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ा।
13 मार्च, 2020: कोविड-19 के चलते अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा।
भारत में दूसरी मौत की पुष्टि। दिल्ली में 69 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ा।
14 मार्च, 2020: पूरे यूरोप में कोरोना के मरीजों और मृतकों की संख्या चीन से ज्यादा हुई।डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने यूरोप को कोविड-19 संकट का अगला केंद्र बताया।
भारत में कोरोना मामलों की संख्या सौ हुई।
15 मार्च, 2020: एयर इंडिया का विमान 218 भारतीयों को इटली से भारत लेकर आया।
16 मार्च, 2020: भारत ने ईरान के दो शहरों से 53 भारतीयों को निकाला।
डायमंड प्रिंसेस के 712 यात्रियों के संक्रमित होने की पुष्टि।
17 मार्च, 2020: इटली में एक दिन में 475 लोगों की मौत।
भारत के मुंबई शहर के एक अस्पताल में मरीज ने दम तोड़ा। देश में कुल तीनों मौतों की पुष्टि।
18 मार्च, 2020: कोविड-19 के इलाज की खोज में दुनियाभर में हो रहे प्रयोगों के बीच डब्ल्यूएचओ ने चार दवाओं के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दी। इसे 'सॉलिडेरिटी प्रॉजेक्ट' नाम दिया गया।
चीन में स्थानीय स्तर पर कोई नया मामला नहीं।
19 मार्च, 2020: संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दुनिया को संदेश देते हुए कहा कि इस तरह का संकट पिछले 75 सालों में नहीं देखा गया। उन्होंने दुनियाभर की सरकारों को एक साथ आकर इस संकट से लड़ने का आह्वान किया।
वुहान में पहली बार कोई नया केस दर्ज नहीं हुआ। चीन की सरकार ने डॉक्टर ली वेनलियांग के परिवार से माफी मांगी।
इटली मौतों के मामले में चीन से आगे निकला।
20 मार्च, 2020: इटली में एक दिन में 627 लोगों की मौत, करीब 6,000 नए मामले सामने आए।
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने दुनियाभर के युवाओं को चेताया, कहा, 'आप अपराजेय नहीं हैं। यह वायरस आपको कई हफ्तों के लिए अस्पताल पहुंचा सकता है और आपकी जान भी ले सकता है।'
भारत में 200 मरीजों की पुष्टि।
21 मार्च, 2020: भारत में 83 नए मामलों की पुष्टि, कुल मरीज 329 हुए।
इटली में एक दिन में 793 मरीजों की मौत।
अमेरिका में 4,825 नए मामले, 46 नई मौतें दर्ज।
22 मार्च 2020: भारत में दो लोगों की मौत, 64 नए मामले सामने आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 'जनता कर्फ्यू'।
अमेरिका में 113 लोगों की मौत, करीब साढ़े नौ हजार नए मामले दर्ज।
भारत सरकार रोम और इटली से 263 भारतीयों को स्वदेश लेकर आई।
23 मार्च, 2020: भारत में 103 नए मरीज सामने आए, तीन नई मौतें दर्ज की गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग।
अमेरिका में कोरोना संकट का केंद्र बना न्यूयॉर्क शहर, 21,000 केसों की पुष्टि।
24 मार्च, 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों को दूसरी बार संबोधित करते हुए पूरे देश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की। देश में मरीजों की संख्या 500 पार हुई।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा तीन लाख 75 हजार के पार गया।
25 मार्च, 2020: भारत में कोविड-19 से दो और मौतें, 121 नए मामलों की पुष्टि। कुल 600 मरीज।
मृतकों के मामले में स्पेन ने भी चीन को पीछे छोड़ा।
संयुक्त राष्ट्र ने कोविड-19 के चलते वैश्विक मानवीय योजना की शुरुआत करते हुए पूरी दुनिया से 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता राशि की मांग की।
26 मार्च, 2020: कोरोना संकट को लेकर जी-20 देशों ने 'एक्स्ट्राऑर्डिनरी समिट' यानी 'असाधारण सम्मेलन' में भाग लिया।
भारत में 70 नए मरीज सामने आए, आठ लोगों की मौत।
अमेरिका में 17 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। चीन को पीछे छोड़ा।
इटली में 6,200 से ज्यादा नए मामलों के साथ कुल मरीजों की संख्या 80,000 के पार।
27 मार्च, 2020: भारत के 27 राज्य कोरोना वायरस की चपेट में, 724 मरीजों में से 17 की मौत, 67 को बचाया गया।