भारत में कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 की चपेट में आए लोगों की पहचान के लिए किए जा रहे टेस्टों की संख्या तीन करोड़ से ज्यादा हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने सोमवार को यह जानकारी दी है। आईसीएमआर के मुताबिक, बीते 24 घंटों में देशभर में सात लाख 31 हजार 697 कोविड-19 टेस्ट किए गए हैं। इससे देश में कोरोना परीक्षणों की कुल संख्या तीन करोड़ 41 हजार 400 हो गई है। इतनी बड़ी संख्या में कोविड-19 टेस्ट करने वाला भारत दुनिया का तीसरा देश है। इस मामले में अब केवल चीन, अमेरिका और रूस ही भारत से आगे हैं।
आंकड़े बताते हैं कि चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़े लक्षणों से ग्रस्त लोगों की पहचान करने के लिए अब तक नौ करोड़ से ज्यादा कोविड-19 टेस्ट किए जा चुके हैं। 143 करोड़ वाले चीन में प्रति दस लाख की आबादी पर 62 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं। वहीं, 33 करोड़ की जनसंख्या वाले अमेरिका में प्रति दस लाख लोगों पर दो लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं। यहां अब तक कुल सात करोड़ नौ लाख 60 हजार से अधिक परीक्षण किए गए हैं। अमेरिका में कोरोना मरीजों को और बेहतर तथा तेजी से आइडेंटिफाई करने के लिए सलाइवा टेस्ट को मंजूरी दे दी गई है।
चीन और अमेरिका के बाद कोविड-19 के सबसे ज्यादा टेस्ट रूस में किए गए हैं। यहां अब तक तीन करोड़ 25 लाख से ज्यादा परीक्षण किए जा चुके हैं। 14 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाला रूस प्रति दस लाख लोगों पर दो लाख 22 हजार से ज्यादा टेस्ट कर रहा है। वहीं, इससे करीब दस गुना ज्यादा आबादी वाले भारत में प्रति दस लाख की जनसंख्या पर 21 हजार से ज्यादा टेस्ट हो पाए हैं। आबादी के अनुपात में भारी अंतर के चलते भारत भले ही प्रति दस लाख की जनसंख्या पर ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने के मामले में पीछे रह गया हो, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि उसकी टेस्टिंग क्षमता में लगातार इजाफा हुआ है। हाल के दिनों तक यहां हर दस लाख लोगों पर 14 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे थे, जिसमें 7,000 का इजाफा हो गया है। फरवरी-मार्च में भारत इतनी ही आबादी पर 1,000 से भी कम टेस्ट कर पा रहा था, लेकिन अब उसका 21 गुना ज्यादा परीक्षण किए जा रहे हैं।
आंकड़े यह भी बताते हैं कि आने वाले दिनों में भारत टेस्टिंग के मामले रूस को पीछे छोड़ सकता है। यहां प्रतिदिन होने वाले परीक्षणों की संख्या रूस से ज्यादा है। इसके चलते रूस और भारत के टेस्टिंग आंकड़ों के बीच जो 25 लाख टेस्ट का फासला है, उसे आने वाले दिनों में भारत पार कर सकता है। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार कहा है कि इस समय कोरोना वायरस की टेस्टिंग के मामले में अमेरिका के बाद भारत का प्रदर्शन सबसे बेहतर है। बता दें कि देश में इस समय कुल 1,470 छोटी-बड़ी प्रयोगशालाओं में कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। इनमें से 450 सरकारी और 304 प्राइवेट लैबों में आरटी-पीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। 599 लैबों (485 सरकारी और 114 निजी) में ट्रूनेट टेस्ट और 117 (34 सरकारी और 83 निजी) लैबों में सीबीएनएएटी टेस्ट किए जा रहे हैं।
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बहरहाल, नीचे दी गई सूची से आप जान सकते हैं कि देश के किस राज्य में अब तक कितने टेस्ट किए गए हैं और जनसंख्या तथा प्रति दस लाख की आबादी पर टेस्ट करने के लिहाज से कौन से राज्य सबसे आगे हैं। सूची देखकर पता चलता है कि देश के कुछ बड़े राज्य छोटे राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से पिछड़ गए हैं।
राज्य | मरीज | जनसंख्या | कुल टेस्ट | टेस्ट प्रति दस लाख |
महाराष्ट्र | 5,95,865 | 12,21,53,000 | 31,65,550 | 25,914 |
तमिलनाडु | 3,38,055 | 7,56,95,000 | 37,11,246 | 49,028 |
आंध्र प्रदेश | 2,89,829 | 5,22,21,000 | 28,60,943 | 54,785 |
कर्नाटक | 2,26,966 | 6,57,98,000 | 20,37,386 | 30,964 |
उत्तर प्रदेश | 1,54,418 | 22,49,79,000 | 37,86,633 | 16,831 |
दिल्ली | 1,52,580 | 1,98,14,000 | 13,02,120 | 65,717 |
पश्चिम बंगाल | 1,16,498 | 9,69,06,000 | 13,14,772 | 13,567 |
बिहार | 1,04,093 | 11,95,20,000 | 16,79,462 | 14,051 |
असम | 76,876 | 3,42,93,000 | 17,25,893 | 50,327 |
राजस्थान | 61,989 | 7,72,64,000 | 19,13,726 | 24,768 |