कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर बड़े फैसले ले रही हैं। एक और जहां राजस्थान सरकार ने राज्य में कोविड-19 महामारी के बीच मास्क की अनिवार्यता को लेकर कानून बनाने घोषणा की है तो वहीं महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में टेस्टिंग की प्रक्रिया को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। दरअसल बृहन्मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी ने शहर में कुछ विशेष इलाकों में टेस्टिंग को फ्री करने की घोषणा की है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो बीएमसी ने शहर के 24 वार्डों में 244 केंद्र बनाए हैं जहां कोविड-19 परीक्षण की मुफ्त सुविधा दी जाएगी। इसका सीधा लक्ष्य कोविड-19 की रोजाना टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाना है। गौरतलब है कि अभी हाल ही में आईसीएमआर की ओर से एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें महाराष्ट्र के अंदर कोरोना टेस्टिंग में 30 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया गया था। इसके बाद ही आईसीएमआर ने एडवाइजरी जारी कर सभी राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए थे।
ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग के लिए लिया फैसला
रिपोर्ट के अनुसार लोगों के लिए टेस्टिंग प्रक्रिया को आसान बनाने और उन्हें परीक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए यह फैसला लिया है। बीएससी की मानें तो इन केंद्रों पर सोमवार ( 2 नवंबर) से ये प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही शहर में राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोविड-19 परीक्षण केंद्रों की संख्या अब 300 के पार पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार इन केंद्रों में से कुछ में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की सुविधा होगी, जबकि अन्य केंद्रों पर एंटीजन टेस्ट होंगे। वहीं, शुरुआत में यह सुविधा सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच में उपलब्ध होगी, जहां कोरोना की जांच के लिए कोई भी व्यक्ति (वॉक-इन) आ सकता है। बीएमसी ने लोगों की सहुलियत के लिए एक टोल-फ्री नंबर (1916) भी जारी किया है, जिस पर कॉल करके लोग परीक्षण केंद्रों की जानकारी ले सकते हैं।
इन परीक्षण केंद्रों के साथ-साथ लोग अलग से निजी लैब या परीक्षण सुविधा वाले अस्पतालों में भी अपना टेस्ट करवा सकते हैं। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि यह वायरस से लड़ने और लोगों को और अधिक परीक्षण करने के लिए प्रोत्साहित करने की एक रणनीति का एक हिस्सा है। बीएमसी डेटा के अनुसार 1 नवंबर तक मुंबई में एक्टिव मामलों की संख्या 18,026 थी। हालांकि, रविवार को 908 नए मामले दर्ज किए गए थे। इसके अलावा शहर में कोरोना वायरस की रिकवरी रेट 89 प्रतिशत थी, जबकि कोविड के मामलों की डबलिंग रेट 171 दिन। रिपोर्ट में बताया गया है कि 25 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच ऑवरओल ग्रोथ रेट 0.41 प्रतिशत थी।
राजस्थान में मास्क की अनिवार्यता को लेकर कानून
दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि राज्य सरकार राजस्थान में मास्क अनिवार्य करने के लिए एक कानून लाने जा रही है। इसके बाद राजस्थान ऐसा करने वाला भारत का पहला राज्य बन जाएगा। अशोक गहलोत ने सोमवार को एक ट्वीट के जरिए कहा “राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जिसने कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए मास्क पहनने को लेकर एक कानून बनाया है। मास्क ही वो एकमात्र वैक्सीन है जो सार्स-सीओवी-2 वायरस से बचाव कर सकता है। राजस्थान में 'कोरोना के खिलाफ जन आंदोलन' के साथ, सरकार एक कानून ला रही है, जिसके बाद प्रदेश में मास्क पहनना सभी के लिए अनिवार्य होगा।"