भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक वैज्ञानिक के कोविड-19 से ग्रस्त होने की खबर है। अंग्रेजी अखबार 'दि इंडियन एक्सप्रेस' द्वारा प्रकाशित खबर के मुताबिक, नए कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित यह आईसीएमआर वैज्ञानिक दो हफ्ते पहले मुंबई से दिल्ली लौटा था। उसमें वायरस होने की पुष्टि के बाद दिल्ली स्थित आईसीएमआर मुख्यालय को सैनिटाइज और फ्यूमिगेट किया जाएगा। अखबार ने बताया कि इस दौरान कोविड-19 से जुड़ा स्टाफ ही कार्यालय आएगा। बाकी सभी को घर से काम करने की हिदायत दी गई है।
अखबार ने आईसीएमआर के एक कर्मचारी द्वारा भेजे गए संदेश के हवाले से बताया, 'आईसीएमआर मुख्यालय में फ्यूमिगेशन का काम चल रहा है। इसलिए (कर्मचारियों से) कल और परसों घर से ही काम करने का आग्रह किया जाता है। अगर बहुत जरूरी हो तो केवल कोविड-19 से जुड़ी टीम कार्यालय आ सकती है। बाकी लोगों को घर से ही काम करना चाहिए।' उधर, कुछ सूत्रों ने अखबार को बताया है कि संक्रमित वैज्ञानिक ने पिछले हफ्ते एक बैठक में भाग लिया था, जिसमें नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव और महामारी विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. आरआर गंगाखेडकर शामिल थे।
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आईसीएमआर में कोरोना वायरस का पहुंचना कई मायनों में चिंताजनक है। केंद्र सरकार के तहत देश का यह शीर्ष मेडिकल अनुसंधान संस्थान कोविड-19 संकट से निपटने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोरोना वायरस से जुड़े तमाम शोध, दवाएं, वैक्सीन, टेस्टिंग, पीपीई आदि के अप्रूवल के लिए आईसीएमआर की मंजूरी अनिवार्य है। संस्थान अपने स्तर भी कई तरह के शोध कर रहा है। इस समय देश के कई मेडिकल संस्थान और कंपनियां कोविड-19 का इलाज में ढूंढने में लगी हुई हैं। आईसीएमआर सरकार के साथ मिल कर इन सभी के साथ दिन-रात काम कर रहा है। ऐसे में उसी के एक वैज्ञानिक में कोरोना वायरस मिलना कई सवालों को जन्म दे सकता है।
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उधर, दिल्ली सरकार के सचिवालय में भी कोविड-19 का एक मामला सामने आने की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बीते सप्ताहांत सचिवालय के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में एक कर्मचारी में कोरोना वायरस पाया गया है। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि मामला सामने आने के बाद डिपार्टमेंट से जुड़े कार्यालय को सील कर दिया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री समेत दिल्ली सरकार की कैबिनेट के सभी मंत्री दिल्ली सचिवालय में ही बैठते हैं।