भारत में कोविड-19 से जुड़े मामलों की संख्या 96 लाख से ज्यादा हो गई है। शुक्रवार को देशभर में 36 हजार 652 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और 512 नए मृतकों की पुष्टि की गई है। इससे अब तक दर्ज हुए मामलों की कुल संख्या 96 लाख 8,211 हो गई है, जबकि कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों का आंकड़ा एक लाख 39 हजार 700 तक पहुंच गया है। हालांकि बचाए गए लोगों की संख्या भी 90.50 लाख से ज्यादा हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में देशभर में 42 हजार 533 कोरोना संक्रमितों को स्वस्थ करार दिया गया है। इससे कोविड-19 को मात देने वाले लोगों की कुल संख्या 90 लाख 58 हजार 822 हो गई है। इस तरह देश में कोविड-19 का रिकवरी रेट 94.20 प्रतिशत हो गया है, जबकि मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत पर बनी हुई है।
उधर, कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की पहचान करने के लिए किए जा रहे परीक्षणों की संख्या 14.58 करोड़ के पार चली गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बताया है कि शुक्रवार को देशभर में 11 लाख 57 हजार 763 कोविड टेस्ट किए गए हैं। आईसीएमआर के मुताबिक, इस बढ़ोतरी से अब तक किए गए टेस्टों की कुल संख्या 14 करोड़ 58 लाख 85 हजार 512 हो गई है।
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महाराष्ट्र में बढ़ता दिख रहा मृतकों का आंकड़ा
महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के कारण प्रतिदिन दर्ज होने वाली मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को राज्य में 127 लोग कोविड-19 से मारे गए हैं। इससे पहले गुरुवार और बुधवार को क्रमशः 115 और 111 मौतें होने की पुष्टि की गई थी। यह ट्रेंड देखकर अब सवाल किया जा सकता है कि क्या महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में फिर वही स्थिति देखने को मिलेगी, जब राज्य में हर दिन 250-350 लोग कोरोना वायरस के चलते मर रहे थे। इसके लिए महाराष्ट्र में कोविड-19 की स्थिति पर नजर बनाए रखनी होगी। हालांकि राज्य में प्रतिदिन दर्ज होने वाले मामलों की संख्या 5,000 से कुछ ही ज्यादा है। शुक्रवार को 5,229 लोग सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित पाए गए हैं। इससे अब तक दर्ज हुए मामलों की संख्या 18 लाख 42 हजार से ज्यादा हो गई है।
महाराष्ट्र से अलग दिल्ली के हालात में सुधार जारी है। यहां बीते दिन डेली डेथ की संख्या और कम होकर 73 हो गई है। इससे पहले गुरुवार को राजधानी में 82 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई थी। मृतकों के अलावा नए मरीजों की संख्या में भी कमी हुई है। अब दिल्ली में प्रतिदिन 4,000 से कम या थोड़े ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं। बीते 24 घंटों में यहां 4,067 नए संक्रमितों का पता चला है। इससे कोरोना मरीजों की कुल संख्या पांच लाख 86 हजार 125 हो गई है। इनमें से मारे गए लोगों का आंकड़ा नई अपडेट जारी होने के बाद 9,497 हो गया है, जो शनिवार को 9,500 के पार जा सकता है।
नए मामलों में आई कमी के अलावा दिल्ली में कोरोना संबंधी हालात में सुधार के और संकेत भी मिलते हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बीते दस दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के एक्टिव मामलों में दस हजार की कमी आई है। इसका प्रभाव यहां के रिकवरी रेट पर साफ दिखता है, जो अब 93.6 प्रतिशत तक पहुंच गया है। केस बढ़ने के चलते यह दर कुछ समय पहले 90 प्रतिशत से नीचे आ गई थी। दरअसल, दिल्ली में वायरस की रोकथाम के लिए आपातकाल के स्तर पर कदम उठाए गए हैं। इसके तहत केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार दोनों ने मिलकर यहां टेस्टिंग और बेड्स की क्षमता में इजाफा किया है। इसके चलते कोविड-19 के पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। शुक्रवार को राजधानी में रिकॉर्ड 85 हजार कोरोना टेस्ट किए गए हैं। इस दौरान यहां पॉजिटिविटी रेट पांच प्रतिशत से कम (4.8 प्रतिशत) दर्ज किया गया है।
अन्य राज्यों की बात करें तो पश्चिम बंगाल में 50 से ऊपर नई मौतें होने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को यहां 52 कोरोना संक्रमितों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 3,200 से ज्यादा नए मरीजों का पता चला है। इससे बंगाल में कोविड-19 से जुड़े मामलों की कुल संख्या चार लाख 96 हजार से ज्यादा हो गई है, जो जल्दी ही पांच लाख हो सकती है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 8,628 तक पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश में यह संख्या 7,877 हो गई है। यहां बीते दिन 29 नई मौतें दर्ज की गई हैं और 1,951 संक्रमित सामने आए हैं। इससे राज्य में मरीजों का आंकड़ा साढ़े पांच लाख के पार चला गया है। उधर, केरल में सवा छह लाख से ज्यादा मरीज हो गए हैं। यहां 5,700 से ज्यादा नए मरीजों का पता चला है और 29 नई मौतें दर्ज की गई हैं। इससे दक्षिण राज्य में मृतकों की संख्या 2,358 हो गई है।
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संभावित वैक्सीनों की समीक्षा में तेजी
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक में कहा कि नागरिकों को कोविड-19 वैक्सीन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि आने वाले कुछ हफ्तों में देश को यह टीका मिल सकता है। पीएम मोदी ने दवा बनाने में लगे वैज्ञानिकों और कंपनियों के हवाले से यह बात कही। इसके बाद देश के ड्रग रेग्युलेटर ने भी इन संभावित वैक्सीनों की समीक्षा की प्रक्रिया तेज कर दी है। खबर है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने उन वैक्सीनों की समीक्षा में तेजी लाना शुरू किया है, जो एडवांस स्टेज के क्लिनिकल ट्रायल से गुजर रही हैं। इनमें भारत में बनी कोवाक्सीन और जाइकोव-डी के अलावा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोवीशील्ड शामिल है। समीक्षा में तेजी लाने से डीसीजीआई को क्लिनिकल ट्रायल से जुड़े डेटा की तुरंत जांच करने में मदद मिलेगी। इसके लिए उसे ट्रायलों के खत्म होने और आंकलन करने के लिए फुल डेटा के उपलब्ध होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
कोविड-19 से जुड़ी अन्य अहम राष्ट्रीय अपडेट्स
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- 3,000 मौतों की तरफ बढ़ रहा छत्तीसगढ़, अब तक 2,956 मृतकों की पुष्टि
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