देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश के नाम संबोधन दिया है। अब से कुछ देर पहले खत्म हुए इस संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बात कहीं। पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन से जुड़े नियमों में ढील दिए जाने के बाद लोगों में इसे लेकर लापरवाही बढ़ी है। वहीं, कोविड-19 महामारी की वैश्विक स्थिति की तुलना भारत से करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां के हालात कई अन्य देशों से ज्यादा बेहतर हैं।

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की दर देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारता संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है। लेकिन हम यह भी देख रहे हैं कि जब से देश में अनलॉक वन हुआ है, (तब से) व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही बढ़ती चली जा रही है।'

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकंड तक दिन में कई बार हाथ दोने को लेकर काफी सतर्क थे। लेकिन आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बहुत ही चिंता का कारण है।' पीएम मोदी का कहना था कि लॉकडाउन की शुरुआत के दौरान लोगों द्वारा बहुत गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था। उन्होंने कहा कि अब सरकारों को, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को और देश के नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है, विशेषकर कनटेंमेंट जोन में।

प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन में नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई किए जाने का संकेत देते हुए कहा, 'जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा। अभी आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वे सार्वजनिक स्थ ल पर मास्क के बिना चले गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए। यह 130 करोड़ लोगों के जीवन की रक्षा का अभियान है। गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।'

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गौरतलब है कि देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पांच लाख 68 हजार से ज्यादा हो गई है। इनमें से करीब 17 हजार की मौत हो गई है। हालांकि, तीन लाख 35 हजार से ज्यादा मरीजों को बचा भी लिया गया है। इस तरह देश में कोविड-19 का रिकवरी रेट 60 प्रतिशत की ओर बढ़ता दिख रहा है, जबकि मृत्यु दर तीन प्रतिशत से नीचे आ गई है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन में कहा- भारत की स्थिति कई देशों से बेहतर, लेकिन लॉकडाउन को लेकर दिख रही लापरवाही है

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