कोरोना वायरस के नए रूप नोबल कोरोना वायरस यानी कोविड-19 ने इस वक्त पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लिया हुआ है। अब तक कोरोना वायरस से फैली अधिकांश बीमारियां जानवरों से इंसान तक पहुंची हैं।सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स) और मीडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (मर्स) भी कोरोना वायरस से होने वाली ऐसी ही बीमारियां हैं जो पहले जानवरों से शुरू हुई फिर इंसानों में फैलीं। माना जा रहा है कि कोविड-19 भी जानवरों से होकर मनुष्यों में आया है। इसकी उत्पत्ति चीन के वुहान में पशु बाजारों में चमगादड़ों से हुई है। हालांकि तब से यह वायरस दुनिया भर में इंसान से इंसान में तेजी से फैल रहा है।
कोविड-19 वायरस को लेकर लोगो में डर का माहौल है। वे हर संभव कोशिश करना चाहते हैं जो उन्हें और उनके परिवारवालों को कोविड-19 संक्रमण से बचा सकता है। इस चिंता के कारण कई लोगों ने यह धारणा विकसित कर ली है कि उनके पालतू जानवर में भी कोविड-19 का संक्रमण हो सकता है जो फिर जानवर से यह वायरस उनके अंदर भी आ सकता है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने पालतू जानवरों को घरों से बाहर निकालना शुरू कर दिया है।
ऐसे मुसीबत के वक्त में अपने पालतू जानवरों को सड़क पर बेसहारा छोड़ देना मार्मिक विषय है। इसलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि क्या आपको पालतू जानवरों को भी कोविड-19 इंफेक्शन होने का खतरा है और क्या जानवरों से आपमें यह इंफेक्शन हो सकता है।