पश्चिम बंगाल में 88 साल की वृद्ध महिला ने जानलेवा कोविड-19 बीमारी को मात दे दी है। दिलचस्प बात यह है कि महिला पहले से अन्य बीमारियों से पीड़ित थी। बावजूद इसके उसने कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी को हरा दिया। खबरों के मुताबिक, सोमवार को कोलकाता स्थित एमआर बंगूर अस्पताल से महिला को कोविड-19 से उबर चुके अन्य 67 लोगों के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया।

खबर के मुताबिक, बीती 18 अप्रैल को जब महिला के कोविड-19 से पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि हुई, उस समय वह एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्हें तुरंत एमआर बंगूर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि 88 साल की होने के बाद भी महिला ने बेहद मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई और बीमार के खिलाफ बहादुरी से लड़ी। इस बारे में उनके बेटे ने बताया, 'उन्हें पहले से कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं, जिनमें सोडियम-पोटेशियम असंतुलन, हाई बीपी, पेट का संक्रमण और मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन शामिल हैं। उनकी हालत खराब थी, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने अच्छा रेस्पॉन्ड किया। हम लोग तो उम्मीद छोड़ चुके थे।'

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वहीं, महिला समेत जिन 68 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है, उनमें 43 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल हैं। तीस मरीजों की उम्र 50 साल से ज्यादा है। वहीं, सबसे युवा मरीज की आयु आठ साल है। खबर के मुताबिक, कोविड-19 से उबर चुके इन मरीजों में से पांच को नियमित रूप से डायलिसिस पर रखने की आवश्यकता थी। इसके बावजूद वे कोविड-19 से जीत पाने में सफल रहे। यह इसलिए भी बड़ी बात है, क्योंकि पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से होने वाली मौतों की दर 10 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत (3.7 प्रतिशत) से ज्यादा है और रिकवरी रेट 17 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत (27 प्रतिशत) से कम है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोरोना वायरस: पश्चिम बंगाल में 88 साल की महिला ने कोविड-19 को दी मात, हाई बीपी समेत पहले से थी कई समस्याएं है

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