कोविड-19 महामारी के मरीजों का वैश्विक आंकड़ा 59 लाख के पार चला गया है। बीते 24 घंटों में एक बार फिर एक लाख से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। इस समय दो देश - अमेरिका और ब्राजील - कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए वैश्विक स्वास्थ्य संकट का केंद्र बने हुए हैं। गुरुवार को अमेरिका में जहां 22 हजार से ज्यादा नए मरीजों की पुष्टि हुई, वहीं ब्राजील में यह संख्या 24 हजार से अधिक रही। इससे अमेरिका में मरीजों की कुल संख्या 17 लाख 68 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, ब्राजील में चार लाख 38 हजार से ज्यादा मरीज हो गए हैं।
यह दूसरा मौका है जब ब्राजील में प्रतिदिन दर्ज होने वाले मरीजों की संख्या अमेरिका से ज्यादा रही है। हालांकि, कोविड-19 के चलते रोजाना होने वाली मौतों के मामले में अमेरिका आगे है। गुरुवार को यहां 1,200 से ज्यादा मौतों की पुष्टि की गई है, जबकि ब्राजील में 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके साथ ही इन दोनों देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मारे गए लोगों का आंकड़ा क्रमशः एक लाख 3,000 और 26,700 से ज्यादा हो गया है।
तीन-चौथाई नए मरीज उत्तरी और दक्षिण अमेरिका से
कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में हर रोज कोरोना वायरस के हजारों मामले सामने आ रहे हैं। इन दोनों महाद्वीपों के कुछ देशों में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के चलते ही दुनियाभर में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हो रही है। गुरुवार की बात करें तो इस दिन पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के एक लाख 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इनमें से 28 हजार से ज्यादा उत्तरी अमेरिका और 37 हजार से ज्यादा मरीज दक्षिण अमेरिका में सामने आए हैं। यानी इस समय कोविड-19 से हर रोज बीमार पड़ रहे लोगों में तीन-चौथाई केवल इन्हीं दो महाद्वीपों से हैं।
आंकड़े बताते हैं कि कई उत्तरी और दक्षिण अमेरिकी देशों ने कोविड-19 के मरीजों की संख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। अमेरिका और ब्राजील के अलावा इन देशों में पेरू, चिली और कनाडा शामिल हैं। पेरू में जहां कोरोना वायरस के एक लाख 41 हजार मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं चिली में करीब 87 हजार लोग संक्रमित पाए गए हैं। कनाडा में यह आंकड़ा 88 हजार से ज्यादा है। जल्दी ही मैक्सिको में भी मरीजों की संख्या चीन से ज्यादा हो सकती है। वहां अभी तक 78 हजार से ज्यादा मरीज सामने आए हैं।
यूरोप में स्थानीय स्तर पर संक्रमण बढ़ा
उत्तरी और दक्षिण अमेरिकी देशों से पहले कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए यूरोप में हालात पहले से काफी बेहतर हैं। हाल के दिनों में यहां कई देशों ने लॉकडाउन में ढील देना शुरू किया है। लेकिन ऐसे संकेत मिले हैं कि यह ढील कोरोना वायरस की वापसी का कारण बन सकती है। दरअसल, स्थानीय मीडिया के मुताबिक, यूरोप में कई जगह स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण फिर बढ़ा है। फिलहाल लॉकडाउन के तहत लागू किए गए नियम धीरे-धीरे हटाए जा रहे हैं। साथ ही, सरकारें लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को कह रही हैं।
बहरहाल, स्पेन में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 1,100 से अधिक मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे यहां कुल मरीजों की संख्या दो लाख 84 हजार से ज्यादा हो गई है। यूनाइटेड किंगडम (यूके) में 1,800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यहां मरीजों का आंकड़ा दो लाख 70 हजार के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी फ्रांस में हुई है। वहां गुरुवार को 3,300 से अधिक लोग वायरस की चपेट में पाए गए हैं। इसके साथ ही फ्रांस में मरीजों की संख्या एक लाख 86 हजार के पार चली गई है। इनमें से 28,662 की मौत हो गई है। स्पेन में मृतकों की संख्या 27 हजार से ज्यादा है, जबकि यूके में 37,837 लोग कोविड-19 के चलते मारे गए हैं।
कोविड-19 से जुड़ी अन्य अंतरराष्ट्रीय अपडेट्स इस प्रकार हैं
- चीन में बीते दिन कोरोना वायरस का कोई नया मामला दर्ज नहीं
- थाइलैंड में कोविड-19 के 11 नए मरीजों की पुष्टि
- साउथ अफ्रीका में लॉकडाउन में ढील दिए जाने के आसार
- संयुक्त राष्ट्र ने कोविड-19 के चलते 'ऐतिहासिक अकाल' की आशंका जताई
- चिली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या चीन से ज्यादा हुई