केरल के पूजाप्पुरा स्थित जेल में कोरोना वायरस के सैकड़ों मामले सामने आने के बाद सरकार ने राज्य के सभी जेलों के कैदियों और स्टाफ के कोविड-19 टेस्ट करने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद केरल के तमाम जिला और केंद्रीय जेलों में कैद लोगों और उनकी निगरानी कर रहे स्टाफ सदस्यों के परीक्षण किए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, केरल के जेल अधिकारियों ने बताया है कि पूजाप्पुरा स्थित जेल में कम से कम 470 कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। यह संख्या इस जेल की कैदियों को रखने की क्षमता का लगभग 50 प्रतिशत है। इसके अलावा जेल के 12 स्टाफ सदस्यों की टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली है।
खबरों की मानें तो इन सभी मामलों के तार 72 साल के एक पुराने कैदी से जुड़े हैं, जिसे जेल के सातवें ब्लॉक में रखा गया था। कुछ दिनों पहले इस कैदी में कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि हुई थी। बीते रविवार को तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई। इस पीड़ित में वायरस इन्फेक्शन कहां से आया, यह अभी तक पता नहीं चल सका है। हालांकि उसकी मौत के बाद बाकी कैदियों और जेल के स्टाफ सदस्यों की रैपिड एंटीजन टेस्टिंग शुरू कर दी गई। परिणाम में बड़ी संख्या में कैदी और स्टाफ के लोगों में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। इस बारे में जानकारी देते हुए केरल में जेल प्रशासन के डीआईजी पी अजय कुमार (साउथ जोन) ने बताया, 'टेस्टिंग पूरी हो गई है। पॉजिटिव निकले ज्यादातर कैदी असिम्प्टोमैटिक हैं। उन्हें जेल में ही बनी क्वारंटीन वाली जगहों पर भेज दिया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से एक मेडिकल टीम वहां तैनात कर दी गई है। सिम्प्टोमैटिक मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है।'
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यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब केरल में कोविड-19 संकट हाल के दिनों में तेजी से बढ़ा है। कभी कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के मामले देश के लगभग सभी राज्यों से आगे रहे इस राज्य में अब कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगभग 48 हजार हो गई है और 50 हजार के आंकड़े की तरफ बढ़ रही है। आंकड़ों के मुताबिक, कुल 47 हजार 898 मरीजों में से 176 की मौत हो गई है। हालांकि 31 हजार से ज्यादा मरीजों को बचा भी लिया गया है। यह केरल में कोविड-19 के कुल मरीजों का 65.5 प्रतिशत है। कभी इस दक्षिण राज्य में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से भी ज्यादा था। उस समय केरल में कोरोना वायरस के नए मामले अक्सर कई दिनों में सामने आते थे। लेकिन अब के आंकड़े बताते हैं कि दक्षिण राज्य में प्रतिदिन औसतन 1,200-1,500 नए मरीजों की पुष्टि हो रही है। ऐसे में पूजाप्पुरा की जेल में कैदियों के इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित होने से राज्य सरकार और प्रशासन की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं।
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