हाल के दिनों में देश में कोरोना वायरस से जुड़े मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमित मामलों का आंकड़ा दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 31 मार्च तक कोविड-19 के मरीजों की संख्या जहां 1,251 थी। तीन अप्रैल तक यानी मात्र तीन से चार दिनों में देश में कोरोना वायरस के 2,547 मरीज हो गए। रिपोर्टों की मानें तो इस तेज बढ़ोतरी की वजह तबलीगी जमात के जलसे से जुड़ी है, जो एक मार्च से 15 मार्च के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के मरकज में आयोजित किया गया था।
खबरों के मुताबिक, बीती तीन अप्रैल तक सामने आए कुल 2,547 मामलों में से 25 प्रतिशत से अधिक तबलीगी जमात से जुड़े हैं। वहीं, पिछले 24 घंटों में रिपोर्ट किए गए 478 नए मामलों में से कम से कम 247 (50 प्रतिशत से ज्यादा) केस भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों से जुड़े हैं। गौरतलब है कि कई दिन चले इस जलसे में 4,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था। बाद में ये लोग अपने-अपने शहरों को लौटे। इसके बाद देशभर से कोविड-19 के मामले सामने आए, जिनमें से कई इन्हीं लोगों से जुड़े हैं।
जमात से जुड़े संक्रमितों की संख्या 600 के पार
बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 राज्यों से अब तक तबलीगी जमात से जुड़े 647 मामले सामने आए हैं। पिछले कुछ दिनों में कई राज्यों ने भी ऐसी रिपोर्ट दी है। उदाहरण के लिए तेलंगाना ने कोविड-19 से जुड़े 75 नए मामलों की पहचान की है, जो सभी तबलीगी जमात से जुड़े थे। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शुक्रवार को बताया कि राजधानी में कोविड-19 के अधिकतर मरीज तबलीगी जमात के हैं। इसके अलावा, तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 411 मरीजों की पहचान हुई है, जिनमें से 364 केस तबलीगी जमात से हैं।
कई राज्यों में संक्रमित जमातियों की पहचान
मीडिया रिपोटों के मुताबिक, करीब 10 से 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में तबलीगी जमात के कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए 48 नए मामलों में से 40 पॉजिटिव मामले तबलीकी जमात से हैं। इसके अलावा, दिल्ली, अंडमान और निकोबार, असम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तराखंड से भी तबलीगी जमात के लोगों में कोरोना वायरस पाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव का इस बारे में कहना है, ‘अगर हम पिछले कुछ दिनों में आए कोरोना वायरस के नए मामलों को देखें, तो पता चलता है कि अधिकांश मामले तबलीगी जमात से हैं। इससे पहले लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी व्यवस्था के चलते संक्रमित मामलों में इतनी तेजी नहीं देखी गई थी।’
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तबलीगी जमात से और कहां-कहां पहुंचा कोरोना?
कर्नाटक सरकार की मानें तो कोरोना वायरस से जुड़े ताजा चार नए मामलों में से तीन तबलीगी जमात से संबंधित हैं। कई अन्य राज्यों में कमोबेश यही स्थिति है-
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- असम में दिल्ली की तबलीगी जमात से जुड़े चार नए मामलों की पहचान की गई है। इस तरह यहां कुल 16 जमातियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। बता दें कि असम में कोविड-19 के कुल मरीजों का आंकड़ा 20 है।
- मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक संक्रमित जमाती की पुष्टि की गई है।
- आंध्र प्रदेश में 161 मामलों में से 141 निजामुद्दीन मरकज में आए जमातियों से जुड़े हैं। हालात देखते हुए सरकार को गुंटूर और कडप्पा में दो और परीक्षण केंद्रों को शुरू करने का फैसला लेना पड़ा है।
- पंजाब में दो नए पॉजिटिव मामलों की पहचान की गई है जो कि तबलीगी जमात से जुड़े हैं। इस तरह पंजाब में संक्रमित जमातियों का आंकड़ा 12 हो गया है।
- राजस्थान में शुक्रवार को 32 नए संक्रमितों मामलों की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोटों के मुताबिक इनमें से 16 मरीज जमात से जुड़े हैं। राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आकंड़ा 197 पहुंच गया है। इसमें 31 तबलीगी जमात से हैं।
- गुजरात में तबलीगी जमात से जुड़े कुल सात लोगों की पहचान की गई है। यह सभी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
- केरल ने नौ नए मामले की रिपोर्ट दी है। इनमें से एक ने जमात में हिस्सा लिया था। केरल से 157 लोग इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। अब तक उनमें से तीन पॉजिटिव पाए गए हैं।
- उत्तराखंड में शुक्रवार को छह नए संक्रमित जमातियों की पुष्टि हुई। यहां ऐसे मरीजों का आंकड़ा 16 हो गया है।