अगर आप भी उन हजारों-लाखों महिलाओं में शामिल हैं जो अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीजों को शामिल नहीं करतीं तो सावधान हो जाइए क्योंकि आपको आगे चलकर जीवन में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा हो सकता है। एक नई रिसर्च में ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में हाई फाइबर डाइट की क्या अहमियत है, इस बारे में बताया गया। इस स्टडी के जरिए इस बात का निरीक्षण किया गया है कि फाइबर का सेवन करने और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे के बीच क्या लिंक है।
आंत के कैंसर के साथ ही ब्रेस्ट कैंसर से भी बचाता है फाइबर
इससे पहले भी कई बार एक्सपर्ट्स इस बात को बता चुके हैं कि फाइबर, एक बेहद अहम न्यूट्रिएंट है और शरीर में इसकी कमी की वजह से आंत का कैंसर होने का खतरा हो सकता है। लेकिन अब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से की गई एक बड़ी स्टडी में यह बात सामने आयी है कि शरीर में फाइबर की कमी होने पर ब्रेस्ट कैंसर का भी खतरा हो सकता है। स्टडी में शामिल अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने पाया कि वैसी महिलाएं जो फाइबर से भरपूर डाइट का सेवन करती हैं जिसमें फल, सब्जियां, अनाज, दालें, फलियां, नट्स और सीड्स शामिल हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
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फाइबर का सेवन और ब्रेस्ट कैंसर के बीच लिंक
इस स्टडी के दौरान 20 अलग-अलग स्टडीज से डेटा को इक्ट्ठा किया गया जिसमें फाइबर का सेवन और ब्रेस्ट कैंसर के बीच लिंक को दर्शाया गया था। इस दौरान यह पता चला कि हाई-फाइबर डाइट का सेवन करने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा 8 प्रतिशत तक कम था। इस नई रिसर्च को हार्वर्ड टी.एच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की टीम ने किया था।
ब्लड शुगर और एस्ट्रोजेन को कंट्रोल करता है फाइबर
अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो फाइबर, खून में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित कर और इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाकर ब्रेस्ट कैंसर होने से बचाता है। दरअसल, कैंसर कोशिकाएं शुगर पर ही पनपती हैं और अगर शरीर में ब्लड शुगर का लेवल अनियंत्रित हो तो कैंसर कोशिकाओं को विकसित होने में मदद मिलती है। साथ ही साथ फाइबर, एस्ट्रोजेन हार्मोन के लेवल को भी कम करने में मदद करता है क्योंकि यह भी ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ाने का एक जोखिम कारक है। इसके लिए फाइबर, आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करता है।
घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह का फाइबर है फायदेमंद
इस स्टडी के नतीजे रजोनिवृत्ति से पहले (प्रीमेनोपॉज) और रजोनिवृत्ति के बाद (पोस्टमेनोपॉज) दोनों तरह की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने के लिए एक समान थे। साथ ही बीन्स, ओट्स और नट्स में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर और अनाज में पाया जाने वाला अघुलनशील फाइबर दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका थी, ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में। लिहाजा महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है कि वे फाइबर से भरपूर आहार का सेवन करें।
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फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में होता है फाइबर
हाई फाइबर डाइट का सेवन करने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है जिससे आपका पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। ब्रेस्ट कैंसर से बचाने के अलावा फाइबर से भरपूर डाइट डायबिटीज और हृदय रोग से भी बचाने में मददगार है। रोजाना कम से कम 30 ग्राम फाइबर का सेवन जरूर करना चाहिए लेकिन बेहद कम लोग ही इस टार्गेट को पूरा कर पाते हैं। फल और सब्जियां खाना फाइबर के सेवन को बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है। इसके अलावा साबुत अनाज, फलियां, बीज और सूखे मेवे भी फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत हैं।
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