आयुर्वेद में गठिया को वात दोष से जोड़ा गया है. इसमें जोड़ों में सूजन, दर्द और जकड़न महसूस होती है. 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में गठिया एक सामान्य समस्या है, लेकिन यह बच्चों और युवाओं को भी प्रभावित कर सकता है. ऑस्टियोआर्थराइटिस को गठिया का आम प्रकार माना गया है. यह रोग मरीज की दिनचर्या को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है. गठिया प्रतिरक्षा प्रणाली और शरीर के आंतरिक अंगों को भी प्रभावित कर सकता है. ऐसे में पतंजलि की अमवतारी रस व दिव्य सिंहनाद गुग्गुल जैसी आयुर्वेदिक दवाइयां गठिया रोग में फायदेमंद साबित हो सकती हैं.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि गठिया के इलाज के लिए पतंजलि की कौन-सी दवाइयां कारगर हैं -
(और पढ़ें - गठिया के दर्द का उपचार)