शरीर के जोड़ों को प्रभावित करने वाले विकार को “गठिया” कहा जाता है। गठिया किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इस रोग में मुख्य रूप से जोड़ों में दर्द होने लगता है। दर्द हमेशा शरीर में किसी प्रकार की समस्या होने के संकेत देता है। कुछ मामलों में यह खराबी प्रभावित जगह में किसी प्रकार की चोट आदि का संकेत देती है, जबकि अन्य मामलों में आपका शरीर दर्द के भ्रमित करने वाले संकेत दे रहा होता है।
गठिया में जोड़ों के दर्द के साथ कुछ अन्य लक्षण जैसे सूजन, हिलने-ढुलने की क्षमता कम होना और जोड़ों में अकड़न आ जाना आदि भी हो सकते हैं। स्थिति की जांच करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे और आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे। परीक्षण की पुष्टि करने के लिए अल्ट्रासाउंड, एक्स रे और सीटी स्कैन जैसे टेस्ट भी किए जा सकते हैं।
गठिया के दर्द की रोकथाम करना कभी-कभी संभव हो सकता है, कुछ सावधानियां बरत कर गठिया के दर्द को कम किया जा सकता है। इनमें नियमित रूप से एक्सरसाइज करना, पोषक तत्वों से भरपूर आहार खाना, शरीर का सही संतुलन बनाए रखना और यदि आपका वजन ज्यादा है, तो वजन कम करना आदि शामिल है।
एनाल्जेसिक की टेबलेट व क्रीम आदि की मदद से गठिया के दर्द का इलाज किया जाता है। इसके अलावा गठिया के इलाज में कोर्टिकोस्टेरॉयड, साइकोथेरेपी, कुछ प्रकार की एक्सरसाइज व ऑपरेशन आदि शामिल हो सकते हैं। गठिया से ग्रस्त लोगों के जोड़ व नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और इससे हृदय रोग भी हो सकते हैं।
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