एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें खून में लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) की कमी हो जाती है। इस वजह से शरीर की ऑक्सीजन की जरूरत पूरी नहीं हो पाती है। गंभीर रूप से रक्त की हानि या कमी या आरबीसी के खत्म होने पर एनीमिया हो सकता है।
निम्न स्थितियों के कारण एनीमिया हो सकता है :
- प्रेगनेंसी और स्तनपान
- आयरन की कमी
- फोलिक एसिड या विटामिन बी12 की कमी
- पीरियड्स में ज्यादा खून आना
- पाचन मार्ग में अल्सर और लंबे समय से सूजन
- थैलासीमिया
- सिकल सेल एनीमिया (अनुवांशिक एनीमिया)
- अनुवांशिक विकार जैसे कि अप्लास्टिक एनीमिया
- बोन मैरो से जुड़े विकार जैसे कि ल्यूकेमिया
- संक्रमण जैसे कि मलेरिया और डेंगू
- आंतों का कैंसर
एनीमिया के सामान्य लक्षणों में थकान, कमजोरी, पीली त्वचा, भूख में कमी, दिल की धड़कन अनियमित होना, बार-बार सिरदर्द होना, ध्यान लगाने में दिक्कत, परेशान रहना, सांस लेने में दिक्कत, जीभ फटना और बैठने या लेटने से उठने पर अचानक ब्लड प्रेशर गिरना शामिल हैं।
इन लक्षणों को नियंत्रित करने और एनीमिया के इलाज में जो होम्योपैथिक दवाएं मदद कर सकती हैं, उनका नाम है - पल्सेटिला प्रेटेंसिस, फेरम मेटालिकम, कैलोट्रोपिस जिजैंटिया, पिक्रिकम एसिडम, साइक्लैमेन यूरोपियम, नेट्रम म्यूरिएटिकम, फॉस्फोरस, कैल्केरिया फास्फोरिका और आर्सेनिकम एल्बम।