एनीमिया यानी खून की कमी हो जाने पर थकान, त्वचा पर पीलापन, दिल की धड़कन का तेज होना, ऊर्जा की कमी, बालों का झड़ना और रक्तचाप में उतार-चढ़ाव आदि लक्षण नजर आते हैं। खून में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं तो एनीमिया यानी खून की कमी हो जाती है। लाल रक्त कोशिकाओं का काम हीमोग्लोबिन बनाना होता है। हीमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं में पाए जाने वाले प्रोटीन का एक प्रकार होता है, जिसमें आयरन का एक अणु मौजूद होता है। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से शरीर के उतकों तक ऑक्सीजन ले जाने और कार्बन डाईऑक्साइड को वापस फेफड़ों तक पहुंचाने का काम करता है। myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि जब एनीमिया से पीड़ित होते हैं तब रक्त अंगों और उतकों को उचित ऑक्सीजन नहीं दे पाता है। महिलाओं में 12 ग्राम प्रति डेसीलीटर से कम और पुरुषों में 13 ग्राम प्रति डेसीलीटर से कम हीमोग्लोबिन होना रक्त की कमी माना जाता है।
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कुछ प्रकार के एनीमिया आनुवंशिक भी होते हैं। मासिक धर्म, खून बहने की परेशानी, अन्य पुरानी बीमारियां, अल्सर, गर्भावस्था, आयरन की कमी, फोलिक एसिड, विटामिन बी12 की कमी के दौरान एनीमिया हो सकता है।
एनीमिया के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपचार भी कर सकते हैं। इसमें एक प्रभावी तरीका है करी पत्ता का इस्तेमाल। करी पत्ते यानी मीठी नीम का इस्तेमाल भारतीय रसोई में खूब किया जाता है। वे अपने सुगंधित और विशिष्ट स्वाद के लिए जाने जाते हैं। करी पत्ते ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिन्हें आवश्यक पोषक तत्वों के लिए जाना जाता है जो वजन घटाने, रक्तचाप, अपच, एनीमिया, मधुमेह, मुंहासे, बालों के झड़ने जैसी स्थितियों में मदद करते हैं। इन सुगंधित पत्तियों में कॉपर, कैल्शियम, फास्फोरस, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं। वे कई प्रकार के विटामिन जैसे विटामिन ए, बी, सी और ई व अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
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ऐसे करें एनीमिया में करी पत्ते का इस्तेमाल
यदि एनीमिया से पीड़ित हैं तो 3 करी पत्तों और एक खजूर को रोजाना सुबह खाली पेट चबाकर खाएं। इससे शरीर में आयरन का स्तर बढ़ जाता है और एनीमिया का खतरा कम हो जाता है। आयरन को सोखने और इसके सही इस्तेमाल की शक्ति कम होने पर भी एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। करी पत्ता में आयरन और फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है और आयरन को सोखने में फोलिक एसिड मदद करता है, आयरन खून की कमी पूरी करता है। वहीं खजूर से भी आयरन को अवशोषित करने में मदद मिलती है।
एनीमिया में अपना सकते हैं ये भी घरेलू उपचार
खून की कमी दूर करने के लिए करी पत्ता और खजूर के अलावा चुकंदर, पालक, अनार, काला तिल, मुनक्का, केला, सेब, मेथी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
खून की कमी से ऐसे बचें
एनीमिया से बचने के लिए खाद्य पदार्थों में विटामिन सी और विटामिन बी12 व आयरन की मात्रा सही रखें। हमेशा लोहे के बर्तन में खाना पकाएं। नियमित रूप से व्यायाम और रोज सुबह 10 मिनट धूप के सामने खड़े रहें। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन सही रखने करे लिए रोजाना दो बार ठंडे पानी से नहाएं।
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