आकार : विशालकाय
लंबाई और वजन : कंधों से 27 इंच तक ऊंचे और वजन 60 से 80 किलोग्राम
ऊर्जा का स्तर : निम्न से मध्यम
बाल झड़ना : उच्च
स्वास्थ्य स्थिति : सेंट बर्नार्ड कुत्तों में पेट फूलना, हाइपोथायरायडिज्म, आंख संबंधी समस्या, हड्डी का कैंसर और कार्डियोमायोपैथी का खतरा रहता है। छोटे आकार के कुत्तों की तुलना में इनमें विकास संबंधी समस्याएं होना सामान्य हैं। यदि इनका वजन नियंत्रित नहीं रहा, तो इन्हें गठिया रोग हो सकता है। इनमें हिपडिस्प्लासिया और एल्बोडिस्प्लासिया (जब इन जोड़ों की हड्डियां ठीक से फिट नहीं हो पाती) होना भी आम बात है।
जीवनकाल : 7 से 9 साल
रूप, आकृति : सेंट बर्नार्ड का बड़ा और गोल चेहरा, मुलायम कान, बड़ी आंखें, शांत और धीमी चाल होती है। आमतौर पर यह सफेद रंग के होते हैं और इनके फर पर गहरे भूरे रंग के धब्बे होते हैं।
स्वभाव : ये धैर्यवान होते हैं और किसी को काटते या नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इनका व्यवहार अच्छा होता है इसलिए इन्हें बच्चों के साथ अच्छा माना जाता है। ये ब्रीड लोगों, अन्य जानवरों, ध्वनियों और स्थिति के आधार पर अपने व्यक्तित्व को ढाल लेने में सक्षम होती है।
सेंट बर्नार्ड घर के अंदर शांत और आरामदायक वातावरण में रहना पसंद करते हैं, लेकिन मोटापे से बचने के लिए उन्हें नियमित शारीरिक गतिविधि की जरूरत होती है। इन्हें एक दिन में दो से तीन बार 20 से 30 मिनट्स की सैर करानी चाहिए। सेंट बर्नार्ड ज्यादातर समय परिवार के साथ बैठे-बैठे बिताना पसंद करते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर यह बहुत एनर्जेटिक भी हो सकते हैं।
जगह की जरूरत : इनका आकार बड़ा होता है, जिस वजह से ये किसी छोटे स्थान पर नहीं रह सकते हैं।
ठंडी जलवायु है अनुकूल : सेंट बर्नार्ड कुत्तों के बाल अधिक झड़ते हैं और इनकी लार भी अधिक गिरती है। बाल अधिक गिरने के कारण निवास स्थान को स्वच्छ रखना मुश्किल होता है। इस ब्रीड का रखरखाव ज्यादा होता है, ऐसे में बाल झड़ने की समस्या होने पर, गिरे हुए बालों को तुरंत हटा देना चाहिए।
इनके लिए गर्म जलवायु अनुकूल नहीं होती है। इन्हें गर्मी में बहुत थकावट महसूस होती है, इसीलिए ये कूलर के आगे या ठंडे जलवायु में रहना पसंद करते हैं। ऐसे ब्रीड को ज्यादातर घर में ही रखना बेहतर होता है और ध्यान रहे, इन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी दिया जाता रहे, क्योंकि गर्मी से होने वाली थकावट से इन्हें गंभीर चिकित्सकीय समस्याएं हो सकती हैं।
आहार : इनमें पेट फूलने का खतरा रहता है। ऐसे में डाइट चार्ट के बारे में पशु चिकित्सक से पता कर लें। यदि कुत्ता भोजन के लिए अति-उत्साहित है, तो यह पेट के फूलने की समस्या से जुड़ा हो सकता है। सभी कुत्तों की तरह सेंट बर्नार्ड को भी दिन में 2 बार हेल्दी स्नैक्स के साथ खाना खिलाने की आवश्यकता होती है। यह छोटे कुत्ते की तुलना में थोड़ा अधिक भोजन करते हैं। इन्हें सूखा मेवा भी दिया जा सकता है। इसके अलावा घर में बने चिकन, चावल, सब्जियां जैसे गाजर, मटर, आलू और पालक भी दे सकते हैं।
अन्य बातें : सेंट बर्नार्ड का आकार बड़ा होता है, ऐसे में घुसपैठिए भी इनसे दूर रहते हैं। बावजूद इसके, इन्हें रक्षक कुत्तों के रूप में नहीं रखा जाता है, क्योंकि ये बहुत ही सुस्त होते हैं और शायद ही कभी भौंकते हैं। यदि कोई व्यक्ति घर में एक साथी चाहता है और उसके घर में बड़ी जगह है, तो ऐसे में इस ब्रीड को अपनाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
इनके बाल बहुत गिरते हैं और इनके खाने पर भी बहुत खर्चा होता है। जब तक ये 18 महीने के नहीं हो जाते हैं, तब तक इन्हें अधिक शारीरिक गतिविधियों में व्यस्त नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से हड्डियों के विकास में समय लग सकता है। इस आयु सीमा को पार करने के बाद रोजाना इन्हें तीन बार बाहर टहलाने के लिए जाया जा सकता है।
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यदि कोई व्यक्ति बड़ी नस्ल के कुत्ते को पालने के बारे में सोच रहा है, तो ऐसे में ध्यान रहे, इनके लिए घर में पर्याप्त जगह होना जरूरी है। इन्हें शारीरिक गतिविधि की जरूरत होती है। ये जायंट ब्रीड की अपेक्षा लंबे समय तक जीते हैं, लेकिन उनकी तरह ये शांत या विनम्र नहीं होते हैं। इन कुत्तों में सामान्य रूप से हिप डिस्प्लासिया, मोटापा और विकास संबंधी समस्याओं का खतरा रहता है।