इस आसन का नाम “त्रिकोण” शब्द से रखा गया है। इस आसन की मुद्रा में आपका शरीर एक त्रिकोण रूप में होता है इस कारण से इस आसन का नाम त्रिकोणासन रखा गया है। और परिवृत्त मतलब “घूमा या मुड़ा हुआ”, जिस से इस आसन का पूरा नाम मिलता है।
इस लेख में त्रिकोणासन करने के तरीके व उससे होने वाले लाभों के बारे में बताया गया है। साथ ही लेख में यह भी बतायाा गया है कि त्रिकोणासन के दौरान क्या सावधानी बरतनी चाहिए।