गर्मी के मौसम में पसीने की बदबू से हर कोई परेशान रहता है। पसीने की वजह से खुजली, रैशेज जैसी परेशानियां होना भी आम बात है। पसीना सिर्फ पीठ, बगल हाथ या पैर में ही नहीं आता बल्कि जननांग में भी आता है।
महिलाओं को योनि और इसके आसपास पसीना आने से बहुत परेशानी होती है। योनि में कोई स्वैट ग्लैंड नहीं होता है। योनि के आस-पास के जननांग से पसीना निकलता है, जिस वजह से योनि में चिपचपापन और बदबू हो जाती है।
(और पढ़ें - योनि में खुजली के घरेलू उपाय)
शरीर के बाकी हिस्से में पसीना एक्राइन ग्रंथि की वजह से निकलता है लेकिन योनि के पास के हिस्से में एपोक्राइन ग्लैंड की वजह से पसीना आता है। योनि के आसपास पसीना आने से जननांग में खुजली और अन्य किसी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए यह जानना बहुत जरूरी है कि योनि के पास पसीना आने से कैसे बचा जा सकता है।
(और पढ़ें - योनि को साफ कैसे रखें)
सफाई रखें
योनि के ऊपरी हिस्से में मौजूद बाल पसीने की एक बड़ी वजह हैं। इस हिस्से में पसीने की वजह से आसानी से बैक्टीरिया पनप सकता है जो आपके लिए अन्य कई तरह की समस्याएं जैसे संक्रमण का कारण बन सकता है। इसलिए योनि के बालों को साफ करते रहें।
(और पढ़ें - योनि के बाल साफ करने का तरीका)
सूती कपड़े पहनें
जिस तरह आप कपड़ों के लिए फैब्रिक चुनते समय मौसम का ध्यान रखती हैं, ठीक वैसे ही अंडरवियर चुनते वक्त भी इस बात का ध्यान रखें। अगर आप ऐसे अंतर्वस्त्र चुनती हैं जिससे त्वचा सांस न ले सके, तो पसीना ज्यादा निकलेगा और समस्या भी बढ़ेगी। इसलिए सूती अंडरवियर पहनें। सूती कपड़ा पसीने को सोख लेता है जिससे योनि में पसीना और पसीने की बदबू की समस्या कम होती है।
(और पढ़ें - योनि में जलन का इलाज)
यीस्ट इंफेक्शन से कैसे बचें
योनि में बहुत ज्यादा पसीना आने की वजह से बदबू, जलन जैसी समस्या तो हो ही सकती है साथ ही योनि में यीस्ट संक्रमण के होने की आशंका भी बढ़ सकती है। इन जोखिमों को कम करना है तो योनि में ज्यादा पसीना न आने दें। अगर आपको इस हिस्से में बहुत ज्यादा पसीना आता है तो दिन में दो बार अंडरवियर बदल सकती हैं।
(और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण का आयुर्वेदिक इलाज)
पाउडर लगाएं
जिन महिलाओं या लड़कियों को योनि में बहुत ज्यादा पसीना आता है, वे योनि के आसपास के हिस्से में पाउडर का इस्तेमाल कर सकती हैं। योनि के बाह्य जननांग में किसी साफ कपड़े या पाउडर पफ की मदद से पाउडर लगाएं। लेकिन इस हिस्से में टेलकम पाउडर का उपयोग न करें। इसका जननांग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि पसीना योनि के अंदरूनी हिस्से तक न पहुंचे।
(और पढ़ें - योनि का सूखापन से बचाव)
क्लींजिंग प्रोडक्ट
योनि बहुत संवेदनशील होती है और इसलिए इस हिस्से की सफाई के लिए प्रोडक्ट्स चुनते समय आपको लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि हाईजीन प्रोडक्ट्स योनि के अंदर न जाएं क्योंकि इसकी वजह से योनि का पीएच स्तर प्रभावित हो सकता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
योनि पर साबुन का इस्तेमाल ना करें। इस हिस्से पर किसी सौम्य क्लींज़र का इस्तेमाल करना सही रहता है। इससे योनि में बदबू आने की समस्या भी दूर हो जाती है।
(और पढ़ें - निजी अंगों की सफाई कैसे करें)